पीएनबी घोटाले की जांच की आंच रिजर्व बैंक के अफसरों तक पहुंचने लगी है. सीबीआइ ने 13 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले के संबंध में शुक्रवार को आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर एचआर खान से पूछताछ की. पूर्व डिप्टी गवर्नर एचआर खान से संप्रग सरकार के समय आई स्वर्ण आयात नीति (20: 80) के तहत हीरा कारोबारियों नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को मिली सुविधाओं के संबंध में पूछताछ की. गुरुवार को सीबीआइ ने आरबीआई के तीन मुख्य महाप्रबंधकों और एक महाप्रबंधक से पूछताछ की थी.
चिदंबरम ने 13 मई, 2014 को लागू की थी यह नीति
तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने लोकसभा चुनाव की मतगणना से तीन दिन पूर्व यह नीति लागू की थी. भाजपा ने चिदंबरम पर नीरव व मेहुल समेत कई ज्वैलर्स को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है.
इससे पहले केवल सरकारी कंपनी- एमएमटीसी व एसटीसी को ही विदेश से सोना आयात करने की अनुमति थी.
रिजर्व बैंक की इस मामले में सफाई
रिजर्व बैंक ने शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ पर सफाई देते हुए कहा है कि सीबीआइ ने उन्हें नीतिगत मामलों पर जानकारी लेने के लिए बुलाया था.
उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया का हिस्सा है जिससे अधिकारी अक्सर गुजरते हैं. विभिन्न एजेंसियां अक्सर रिजर्व बैंक से जानकारी प्राप्त करती रहती हैं.
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