केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में नगर निगम एक अनोखी पहल करते हुए देश का पहला ‘शी-कॉरिडोर’ बनाने जा रहा है. सिर्फ महिलाओं के लिए बनाए जाने वाले इस गलियारे में शौचालय, नैपकिन वेंडिंग मशीन और सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे. इसके अलावा दीवारों पर महिलाओं की कामयाबी की गाथा बयां करने वाले चित्र भी लगाए जाएंगे.
यह है योजना…
अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो तिरुअनंतपुरम में जल्द ही एक ऐसा मार्ग तैयार होगा, जहां महिलाएं सुरक्षित अनुभव कर सकती हैं. नगर निगम गवर्नमेंट वीमन्स कॉलेज जंक्शन से सरकारी कोटनहिल गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल तक ‘शी कॉरिडोर’ स्थापित करने की तैयारी कर रहा है.
वीमन्स कॉलेज और कोटनहिल स्कूल शहर के मध्य में लड़कियों के प्रतिष्ठित संस्थान हैं. खास सुविधाओं की पेशकश करने के अलावा इसका मकसद सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा को भी रेखांकित करना है.
क्या कहा राखी रवि कुमार ने…
उपमहापौर राखी रवि कुमार ने बताया कि पहल का मकसद यहां महिला निवासियों के मन में सुरक्षा की भावना पैदा करना है.
राखी रवि कुमार ने कहा कि इस परियोजना का मकसद सूबे की राजधानी को आदर्श महिला सुविधा वाले शहर में तब्दील करना और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देना है.
उन्होंने कहा कि ऐसे काम किए जाने चाहिए जिससे महिलाएं हमारे शहरों में स्वतंत्र और सुरक्षित महसूस करें.
उपमहापौर ने प्रस्तावित योजना के बारे में बताया कि गलियारे में सड़क के दोनों ओर महिलाओं के बैठने की सुविधा होगी और इस पूरे मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों की नजर होगी.
राखी ने बताया कि इस परियोजना के लिए दो करोड़ रुपये निश्चित किए गए हैं.
क्यों लिया गया है यह निर्णय
- लगे होंगे शौचालय, नैपकिन वेंडिंग मशीन और सीसीटीवी कैमरे
- महिलाओं की कामयाबी बयां करने वाले चित्र भी लगाए जाएंगे
- शहर में सुरक्षित नहीं हैं महिलाएं
- महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से तिरुअनंतपुरम का रिकार्ड कोई बहुत अच्छा नहीं रहा है.
- राज्य पुलिस अपराध ब्यूरो के अनुसार, पिछले साल जिले में अपराध की 1,773 घटनाएं हुईं.
- इनमें महिलाओं से दुष्कर्म के 287, छेड़छाड़ के 772 और अपहरण के 27 मामले शामिल थे.
- इसे देखते हुए महिलाओं के लिए अलग गलियारा बनाने के फैसले को अहम माना जा रहा है.