Saturday , 20 April 2024

कोरोना योद्धा: संक्रमण को हराकर अहतियात के साथ निभा रहे कर्तव्य

एनटी न्यूज/लखनऊ डेस्क 

प्रयागराज:  अपनी जान जोखिम में डाल कर कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे कोरोना योद्धा के जज्बे को दुनिया ने सराहा। इस दौरान कई कोरोना योद्धा इस संक्रमण की चपेट में आ गए। पुलिस महकमें की बात करें तो जिस तरह दिन-रात वह अस्पताल से लेकर गली चौराहों तक जनता की सेवा में मुस्तैदी से तैनात हैं वह काबिले तारीफ है। ऐसे ही एक कोरोना योद्धा हैं जीवन ज्योति क्षेत्र के चौकी इंचार्ज विनोद यादव (33) जो ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से संक्रमित हो गए। लेकिन इनके सकारात्मक जज्बे ने कोरोना को मात दे दी।

प्रकृति हमारा पोषण करती है उसे जीवित रखना हमारा कर्तव्य- मोहन भागवत

सांस लेने में तकलीफ व हरारत सा महसूस हुआ

विनोद ने बताया की हर अहतियात बरतने के बावजूद मैं वाहन चेकिंग के दौरान कोरोना संक्रमण का शिकार हुआ। 28 जुलाई की रात मुझे अचानक तेज बुखार हुआ दूसरे दिन सुबह मुझे अपने अंदर कोरोना के लक्षण जैसे खाने का स्वाद ना मिलना सांस लेने में तकलीफ व हरारत सा महसूस हुआ। जिसके बाद मैं चौकी आया और मेरे संपर्क में आए सभी ऑफिस स्टाफ से कोरोना जांच करवाने की आपील की। स्टॉफ के हम दस लोग राजरुपुर में प्रशासन द्वारा लगाए गए कोरोना जांच सेंटर गए। जहां हमारी कोरोना जांच हुई। फिर हम सभी होम क्वारंटीन हुए। पाँच दिन बाद फोन से रिपोर्ट में मिली जानकारी में मैं और सिपाही नीरज कोरोना पॉज़िटिव थे।

14 दिन से बेटे की लाश की आस में सूख गए परिजनों के आंसू, जिम्मेदार हैं कि पसीजते नहीं।

निगेटिव आने के एक हफ्ते बाद सम्हाला कार्यभार

हमने अपने वर्तमान एसएचओ थाना कीटगंज के शिशुपाल शर्मा से सारी बात फोन पर बतायी। उन्होने हमें तुरंत क्वारंटीन सेंटर जाने को कहा। हम कोटवा के सीएचसी केंद्र में 03 अगस्त को क्वारंटाइन हुए। जहां हम दस दिन रहे। इस दौरान डॉक्टर्स का रवैया बेहद सकारात्मक रहा। उन्होने हमारे हौसले को बढ़ाया। हमें दवा, काढ़ा व विटामिन की टैबलेट, फल व भोजन प्रतिदिन निश्चित समय अंतराल पर मिलता रहा। जिसका नतीजा रहा की दसवें दिन 11 अगस्त को मैं और मेरे सहयोगी नीरज को डॉक्टर्स ने कोरोना निगेटिव बताया। हम अपने घर आए जहां एक हफ्ते होम क्वारंटाइन रहे। उसके तुरंत बाद हमने अपना कार्यभार संभाला।

राधा रानी की जन्मस्थली गांव रावल में राधा अष्टमी का पर्व धूम धाम से मना

अहतियात के बाद भी ऐसे हुए कोरोना संक्रमित

विनोद ने बताया की हम जनता की सेवा के लिए कोरोनाकाल में अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे थे। इस दौरान विभाग के द्वारा मुहैया मास्क सेनीटाइजर का हम इस्तेमाल कर रहे थे। क्योंकि पूरे दिन जनता से मिलना व उनकी समस्याओं का निराकरण हमारी प्राथमिकता थी। इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र में वाहन चेकिंग, पेट्रोलिंग, शोसल डिस्टेन्सिंग फॉलो कराने की जो ज़िम्मेदारी हमें मिली हम उसका निर्वहन कर रहे थे। इन्हीं सब के बीच मैं कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया। लेकिन कोरोना से शुरुवाती लक्षण को पहचान कर हमने तुरंत अपनी जांच कारवायी।

20 हजार का इनामी चोर को पुलिस गिरफ्तार कर, सेना अधिकारी कि पिस्टल की बरामद

पुलिस से घबराएँ ना वह आपकी सेवा के लिए तत्पर

कोरोना एक संक्रमण है। जिसका बचाव सिर्फ जागरूकता व एहतियात है। इसलिए घर से बाहर निकलें तो मास्क लगाकर ही निकलें, भीड़भाड़ वाले इलाकों में ना जाएं व पुलिस से घबराएँ ना वह आपकी सेवा के लिए ही है। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा जारी नियम व दिशानिर्देशों का पालन करें। किसी भी प्रकार की समस्या होने या सुझाव के लिए अपने नजदीकी पुलिस चौकी से संपर्क करें।

दिनदहाड़े फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल, भजन गायक को लगी गोली