एनटी न्यूज / खेल डेस्क / लखनऊ
क्रिकेट विश्वकप के इतिहास में सन 1983 के बाद 2011 में भारत ने ये खिताब अपने नाम किया था. 2011 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को 6 विकेट से मात देकर भारत ने ये खिताब अपने नाम किया था. जिन 11 खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में दम भरा वो आज कहां हैं? डालिए एक नजर-
सचिन तेंदुलकर
खिताबी मुकाबले में महज 18 रन बनाने वाले 46 वर्षीय सचिन इस वक्त क्रिकेट एडवाइजरी कमिटी के सदस्य हैं. क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का सदस्य रहते आईपीएल की टीमों के साथ जुड़ने को लेकर हितों के टकराव का मामला उत्पन्न हुआ था. सचिन ने दिसंबर 2012 में वनडे क्रिकेट को अलविदा कहा और नवंबर 2013 में टेस्ट से संन्यास लेने की घोषणा की थी.
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वीरेंद्र सहवाग
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ने अक्टूबर 2015 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी. सहवाग ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (टेस्ट) खेला था. अब वह सोशल मीडिया में एक्टिव रहने के साथ ही क्रिकेट में कमेंट्री करते नजर आते हैं.
गौतम गंभीर
विश्व कप के फाइनल में गंभीर ने 97 रन की यादगार पारी खेली थी. गौतम गंभीर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं और वह पूर्वी दिल्ली से चुनावी मैदान में उतरे हैं. आईपीएल 2012 और 2014 में कोलकाता को खिताबी जीत दिला चुके गंभीर ने भारत की तरफ से आखिरी बार 2016 में टेस्ट मैच खेला था.
महेंद्र सिंह धोनी
फाइनल में धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे और भारत को 28 साल बाद दूसरी बार विश्व का खिताब दिलाने में सफल रहे. उनकी टीम चेन्नई, आईपीएल-12 के क्वालीफायर-2 में पहुंच गई है. क्वालीफायर-2 में चेन्नई का सामना दिल्ली से होगा. फिलहाल उनके सामने 2019 के वर्ल्ड कप तक खुद को फिट रखने का लक्ष्य है. विराट की कप्तानी वाली टीम इंडिया के लिए उनका अनुभव बेहद फायदेमंद साबित हुआ है.
विराट कोहली
विराट कोहली इस वक्त तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान हैं. उनके नेतृत्व में टीम इंडिया के सामने 2019 का वर्ल्ड कप जीतने की चुनौती है. आईपीएल के 12वें सीजन में उनकी टीम बैंगलोर प्लेऑफ तक भी नहीं पहुंच पाई.
युवराज सिंह
2011 विश्व कप में मैन ऑफ द सीरीज रहे युवराज सिंह अपने क्रिकेट करियर के बुरे दौर से गुजर रहे हैं. 37 साल के इस धुरंधर को 2015 विश्व कप में जगह न मिलने के बाद 2019 विश्व कप में भी नहीं जगह मिली है. आईपीएल के 12वें सीजन में वह मुंबई टीम का हिस्सा बने. मुंबई की ओर से उन्होंने केवल 4 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 98 रन बनाए.
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सुरेश रैना
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 2015 के बाद से एक भी वनडे नहीं खेला है, हालांकि साल 2018 में उन्हें टी-20 में वापसी का मौका मिला. इस समय वह आईपीएल में अपनी पुरानी टीम चेन्नई की तरफ से खेल रहे हैं.
हरभजन सिंह
दिग्गज ऑफ स्पिनर को 2016 के बाद से टीम इंडिया की ओर खेलने का मौका नहीं मिला है. इस बीच उनकी आईपीएल की टीम भी बदल (अब चेन्नई) गई है. इस सीजन में उन्होंने अभी तक 9 मैचों में 14 विकेट हासिल किए हैं.
जहीर खान
लंबे समय तक भारतीय गेंदबाजी की धुरी रहे पेसर जहीर खान 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. जहीर खान विश्व कप 2011 में 21 विकेट अपने नाम कर शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से टॉप पर रहे थे. इस वक्त वो आईपीएल में मुंबई टीम के मेंटर हैं.
मुनाफ पटेल
नवंबर 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 35 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने भारत की तरफ से 2011 वर्ल्ड कप के बाद 8 वनडे ही खेले. वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से तीसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे, लेकिन उनकी कहीं चर्चा नहीं हुई. भारत के गेंदबाजी कोच एरिक सिमंस ने तो उन्हें 2011 विश्व कप जीत का ‘गुमनाम हीरो’ तक बता डाला था. आईपीएल 2017 की नीलामी में उन्हें गुजरात लायंस ने खरीदा था. मुनाफ का वह आखिरी सीजन था. इस समय वह अपने परिवार के साथ समय गुजार रहे हैं.
एस. श्रीसंत
2013 में आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के कारण श्रीसंत का क्रिकेट करियर पूरी तरह से खराब हो गया. 2015 में कोर्ट ने श्रीसंत को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप से बरी कर दिया था. बीसीसीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को 2017 में केरल हाईकोर्ट की सिंगल जज की पीठ ने हटा लिया. लेकिन बीसीसीआई की अपील पर दो जजों की बेंच ने एकल पीठ के फैसले को पलटते हुए फिर से बैन लगा दिया.
हालांकि 2019 में श्रीसंत पर लगाया गया बैन हटा दिया गया है, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें लेकर कोई फैसला नहीं दिया है. श्रीसंत ने अपने आखिरी टेस्ट और वनडे मैच 2011 में खेला था.
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