Friday , 19 April 2024

सुपरस्टार रजनीकांत को साल 2019 का दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, प्रकाश जावड़ेकर ने किया ऐलान

दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को इस साल प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सिनेमा में दिए गए अपने योगदान के लिए रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के 2019 के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज इसकी घोषणा की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है।

प्रकाश जावड़ेकर ने अपने एक ट्वीट में कहा कि यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि 2019 के लिए दादा साहेब फाल्के का पुरस्कार भारतीय सिनेमा के इतिहास के महान अभिनेता रजनीकांत को दिया जा रहा है। एक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर के रूप में उनका योगदान प्रतिष्ठित है।

रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से किया जाएगा सम्मानित, पीएम नरेंद्र मोदी ने दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दिया

वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार रजनीकांत को दिए जाने पर अभिनेता को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा- “कई पीढ़ियों में मशहूर, विभिन्न भूमिकाएं और एक स्थायी व्यक्तित्व… रजनीकांत जी यह सभी आपके लिए है, यह बेहद खुशी की बात है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं.”

रजनीकांत ने 1975 में के. बालाचंदर की फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। रजनीकांत के कॉलीवुड इंडस्ट्री में 46 साल पूरे हो चुके हैं। रजनीकांत को पिछली बार एआर मुरुगादास की फिल्म ‘दरबार’ में देखा गया थ।. फिलहाल, वह अपनी आगामी फिल्म ‘अन्नाट्टे’ की शूटिंग में व्यस्त हैं।

वहीं रजनीकांत को ऐसे समय में दिया जा रहा है, जब तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार चल रहा है। इसे लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। विपक्षियों का कहना है कि ऐसा कर बीजेपी अपने लिए वोट बटोरने की कोशिश में लगी है, क्योंकि दक्षिण भारत में सुपरस्टार रजनीकांत के फैंस की तादाद काफी ज्यादा है।

हालांकि, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इन खबरों को दरकिनार किया है। उन्होंने कहा कि रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने का फैसला 5 सदस्यों की ज्यूरी ने किया है। इस ज्यूरी में विश्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन, आशा भोंसले, मोहनलाल और सुभाष घई शामिल हैं। इस ज्यूरी ने सर्वसम्मति से रजनीकांत को यह अवॉर्ड दिए जाने का फैसला लिया है।