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होम आइसोलेशन में आक्सीजन लेवल पर रखें नजर

कौशाम्बी, 6 मई 2021 | कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं । इस बार कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों पर असर डाल रहा है। इससे सांस लेने में परेशानी हो रही है और ऑक्सीजन लेवल में कमी आ रही है। मरीज को अपना ऑक्सीजन लेवल समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए। इसके लिए ऑक्सीमीटर को सही तरीके से इस्तेमाल करना भी जरूरी होता है।
नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हिन्द प्रकाश मणि का कहना है कि जो मरीज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और होम आइसोलेशन में हैं, वह समय पर डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाएं लें। ऑक्सीजन लेवल की जांच जरूर करते रहें। इस दौरान घर में रहकर ही फेंफड़ों संबंधी एक्सरसाइज करते रहें। इससे भी ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है। ऑक्सीजन का लेवल 94% से कम आने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह ले |

ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल इस तरह से करना चाहिए :

– ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करने से पहले उंगली को साफ करें।
– उंगली पर नाखून पॉलिश या रंग आदि नहीं लगा होना चाहिए।
– ऑक्सीमीटर को 25-30 सैकेंड तक उंगली पर लगाकर रखें।
फेंफडे की कसरत से ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है :
– सुबह उठकर अनुलोम-विलोम करें। सीढ़ियों पर चढ़े-उतरें। गुब्बारों को फुलाएं। 20 सेकंड से 60 सेकंड तक सांस को रोकें, ऐसा तीन बार करें।
फेफड़े में संक्रमण की पहचान इस तरह से करें
– यदि सांस लेने में दिक्कत हो रही हो तो समझ लें की वायरस फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है।
– फेफड़े के निचले हिस्से में सूजन या तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
– सूखी खांसी आना, खांसते वक्त सीने में दर्द होना भी कोरोना का लक्षण है।
लक्षण दिखने पर यह कदम उठाएं
– घबराएं नहीं, डॉक्टर से सलाह लें।
– डाक्टर की सलाह पर ही फेफड़े का सीटी स्कैन कराएं।
– हर आधे घंटे पर ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें।
– परिवार के सदस्यों से दूरी बनाएं। किसी अन्य को संपर्क में न आने दें।
– खाली पेट बिल्कुल न रहें। खाली पेट रहने से वायरस आपके शरीर को ज्यादा प्रभावित कर सकता है।