एनटी न्यूज डेस्क/ लखनऊ
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को जीत हाथ लगी है . इसी के साथ भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2019 से पहले तगड़ा झटका लगा है . बता दें कि यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के एमएलसी चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी .
फूलपुर सीट से सपा उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह पटेल ने 57148 वोटों से जीत दर्ज की हैं . उन्हें चुनाव में 3,37,683 वोट मिले हैं . वही बीजेपी उम्मीदवार कौशलेन्द्र सिंह पटेल को 2,80,535 वोट मिले हैं .
कौन हैं नागेन्द्र सिंह पटेल
नागेंद्र सिंह पटेल फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं और रेलवे के बड़े ठेकेदार हैं. उनकी पटेल मतदाताओं के बीच अच्छी पकड़ है . इसी के चलते समाजवादी पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया .
नागेन्द्र सिंह पटेल का ये पहला चुनाव था, जिसने उन्हें सीधे संसद पहुंचा दिया . इससे पहले वह कभी भी चुनाव नहीं लड़े . हालाकि वह फूलपुर में समाजवादी पार्टी के जीला महासचिव रह चुके हैं .
बीजेपी और सपा दोनों ने खेला था पटेल कार्ड
बता दें कि फूलपुर लोकसभा सीट पर पटेल मतदाताओं की भूमिका हमेशा निर्णायक रही है . जिसके तहत बीजेपी और सपा दोनों ने पटेल जाति के उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे . बीजेपी के जैसे इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने भी पटेल बिरादरी के नागेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया. ऐसे में पटेल मतदाता अगर बंटते हैं तो मुकाबला चौंकाने वाला भी आ सकता है.
कारण ये है कि पटेल के साथ मुस्लिम, कायस्थ और ब्राह्मण वोटबैंक का भी इस सीट पर अच्छा रसूख रहा है.
इन जातियों के हैं सबसे ज्यादा वोटर
फूलपुर सीट पर मुस्लिम, पटेल और कायस्थ बिरादरी के सबसे अधिक वोटर हैं .इसके बाद ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के मतदाता आते हैं, जो सवा दो लाख के करीब हैं . मुस्लिम, यादव और कायस्थ मतदाताओं की संख्या भी इसी के आसपास है. लगभग डेढ़ लाख ब्राह्मण और एक लाख से अधिक अनुसूचित जाति के मतदाता हैं.
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