लोकतंत्र – ‘हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाता चला गया, मैं जिंदगी का जश्न मनाता चला गया’
एनटी न्यूज़ डेस्क/ योगेन्द्र त्रिपाठी लोकतंत्र, जिसकी परिभाषाएं, मान्यताएं अलग-अलग हो सकती हैं लेकिन मूल कभी नहीं बदल सकता. लोगों…
एनटी न्यूज़ डेस्क/ योगेन्द्र त्रिपाठी लोकतंत्र, जिसकी परिभाषाएं, मान्यताएं अलग-अलग हो सकती हैं लेकिन मूल कभी नहीं बदल सकता. लोगों…