Friday , 19 April 2024

तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक, लेकिन इस तरह हम उन्हें रख सकते हैं सुरक्षित

बबिता रमवापुरी

भारत मे कोविड (covid) की दूसरी लहर इतना कहर बरपाएगी इसका किसी को शायद ही अंदाजा रहा हो। आये दिन संक्रमण और मौत का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। मौत के मातम की तस्वीरे बहुत डरावनी हैं। वहीं हाल ही में भारत (india) सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने कहा है कि जिस तरह से संक्रमण फैला हुआ है, उसे देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर आने से कोई रोक नहीं सकता।

स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, ”हमें ये नहीं पता है कि तीसरी लहर कब आएगी लेकिन हमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल को जारी रखते हुए इसके लिए तैयार रहना चाहिए.” वहीं अगर हम देखें तो जब कोरोना की पहली लहर आई थी तब सर्वाधिक संख्या में बुजुर्गों की मौत हुई थी। वहीं दूसरी लहर ने युवाओं पर कहर बरपाया और असमय ही हजारो युवा मौत के मुह में चले गए। लेकिन तीसरी लहर में 12 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रभावित होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में लोग डरे हुए हैं।

कनाडा में अब बच्चों को भी लगेगा टीका

तीसरी लहर सर्वाधिक बच्चों को प्रभावित करेगी ऐसे में विश्व का ऐसा पहला देश बना कनाडा जिसने बच्चों को वैक्सीन देने की पहल की है। कनाडा ने 12-15 साल तक के बच्चों के लिए फाइजर ( Pfizer) की वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। बच्चों के लिए मंजूरी पाने वाली यह दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन है। इससे पहले यह वैक्सीन 16 से ज्यादा उम्र वालों को लगाई जा रही थी।

फाइजर का दावा है कि उसने 12-15 साल के लगभग 2,260 बच्चों पर ट्रायल किए। यह वैक्सीन इस आयु समूह पर 100% प्रभावी साबित हुई है। जिन्हें यह वैक्सीन लगी, उनमें से कोई भी वायरस से संक्रमित नहीं हुआ।

                                 डॉ. आशीष प्रताप सिंह

इस तरह हम बचा सकते हैं बच्चों को

अगर हम देखें तो कोविड की जो पहली लहर आई उसमे सबसे अधिक बुजुर्ग प्रभावित हुए। फिर 45 से ऊपर वालों का टीकाकरण शुरु हुआ। जब कोविड कि दूसरी लहर आई तो इंसमे कोविड में युवाओं को अपने प्रकोप में लिया। अब 0-18 वर्ष के लिए ज्यादा खतरा है, क्योंकि अभी तक इनका टीकाकरण नहीं हो पाया है। ऐसे में इस तीसरी लहर से बचने का एक मात्र उपाय है अधिक से अधिक टीकाकरण। और साथ ही 0-18 वर्ष के बच्चों के लिए भी टीकाकरण अभियान जल्द से जल्द शुरू करना होगा। इसके अलावा हम बच्चों को किसी भी सार्वजनिक समारोह में जाने से बचें और अगर माता-पिता का टीकाकरण न हुआ हो तो जरूर करवाएं। इसके अलावा अगर हमें घर से बाहर निकलना पड़ रहा है और छोटे बच्चे घर मे हैं तो घर पर आते ही कोविड के पूरे प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्हें हम ऐसा खान-पान दें जिससे कि उनका इम्यून सिस्टम मजबूत हो।