प्रयागराज : स्वास्थ्य विभाग के साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को लगा टीका

एनटी न्यूज़डेस्क/प्रयागराज

प्रयागराज– जिले में ब्रहस्पतिवार को तीसरी बार कोविड-19 टीकाकरण हुआ। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ ही आई.सी.डी.एस. विभाग के कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया। सुबह से शुरू हुए टीकाकरण सत्रों में शाम 5 बजे तक 4500 से अधिक का लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण

जैसे-जैसे टीकाकरण सत्र आयोजित हो रहे हैं और लोग टीकाकरण करवा रहे है वैसे-वैसे ही टीकाकरण को लेकर लोगों की आशंका और भ्रम भी दूर होता जा रहा है। कोविड वैक्सीनेशन नोडल डॉ. राहुल सिंह के बताया कि जिले में 28 जनवरी के दिन तीसरी बार कोविड-19 टीकाकरण आयोजित हुआ। इसमें पूरे जिले में 20 ग्रामीण और 20 शहरी केन्द्रों पर कुल 60 टीकाकरण सत्र आयोजित किये गए। चिन्हित कोविड -19 टीकाकरण केन्द्रों पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक टीकाकरण हुआ। इसमें 4478 स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को कोविड -19 टीका से प्रतिरक्षित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 20 ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण किया गया।

टीके से आच्छादित किया गया

शहरी क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज, टी.बी.सप्रू, कॉल्विन, एस.आर.एन., कमला नेहरु हॉस्पिटल, जिला महिला चिकित्सालय, रेलवे हॉस्पिटल के साथ ही नारायणी, साकेत, यश्लोक, नारायण स्वरुप, प्रयाग हॉस्पिटल करेली, नाजरेथ, वात्सल्य, फीनिक्स, जाग्रति, जीवन ज्योति, पार्वती, आशा हॉस्पिटल और यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल झालवा में कोविड-19 टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया गया। इससे पहले 16 जनवरी को हुए प्रथम टीकाकरण में 425 और 22 जनवरी को 3121 लाभार्थियों को कोरोना के टीके से आच्छादित किया गया था।

प्रतिकूल प्रभाव नहीं छोड़ता

कोविड पोर्टल पर पंजीकृत सभी लोग आज टीकाकरण केंद्र पर समय से पहुंचे। टीके से आच्छादित हुए लाभार्थियों को आधे घंटे तक केन्द्र पर ही निगरानी में रखा गया। लाभार्थियों ने बताया कि उन्हें टीका लगने के बाद कोई खास दिक्कत या परेशानी नहीं हुई। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग भी कह चुका है कि कोविड -19 का यह टीका सबसे सुरक्षित टीका है। यह शरीर पर किसी तरह का प्रतिकूल प्रभाव नहीं छोड़ता है।

टीका शरीर पर असर कर रहा

जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनोद कुमार सिंह ने बतया कि 29 जनवरी को जिले में 44 केन्द्रों पर 80 टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायेंगे। इनमें 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही 24 शहरी केन्द्रों पर 9900 का टीकाकरण किया जायेगा। 16 जनवरी को जिन लोगों को प्रतिरक्षित किया गया है उनका अगला डोज 15 फरवरी को, 22 जनवरी को प्रतिरक्षित लोगों को 19 फरवरी को, 28 जनवरी को प्रतिरक्षित लोगों को 25 फरवरी को अगली डोज़ निर्धारित है। टीका लगने के बाद यदि तबीयत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मतली, जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द की समस्या आ रही है तो इसका मतलब यह टीका शरीर पर असर कर रहा है।

टीका पूरी तरह सुरक्षित

सी.एम.ओ. ऑफिस और जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के अधिकारीयों और कर्मचारियों को टी.बी. सप्रू हॉस्पिटल में कोविड-19 का टीका लगाया गया। लाभार्थियों में स्वयं डी.पी.एम. विनोद कु. सिंह, डी.सी.पी.एम. अशफ़ाक अहमद, प्रशासनिक अधिकारी विनीत श्रीवास्तव, एस.आर.सी. डब्लू.एच.ओ. डॉ. हामिद और एस.एम.ओ. डॉ. अलोक ने कोविड-19 का टीका लगवाया। टीकाकरण के बाद आधे घंटे ऑब्जरवेशन रूम में रुकने के बाद सभी अपने-अपने कार्य पर वापस गएँ। किसी को भी टीकाकरण के बाद कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई। यू.पी.एच.सी. के एम.ओ.आई.सी. डॉ. मीशम जैदी ने कोविड-19 का टीका लगवाया और बताया कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है, लोगो को बिना किसी डर और शंका के आगे आ कर टीका लगवाना चाहिए।

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