एनटी न्यूज़ डेस्क/ आरक्षण
सपा-बसपा के रिश्तों में मजबूती के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरक्षण का बड़ा दांव खेला है। योगी ने गुरुवार को कहा कि सरकार अति पिछड़ों-अति दलितों को कोटा देने पर विचार कर रही है। इसके लिए कमेटी गठित करने जा रहे हैं। आरक्षण में खास एकाधिकार खत्म करने का एलान करते हुए कहा, आजादी के बाद जिन्हें आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए, उन्हें वंचित किया गया।
योगी ने साधा विपक्ष पर निशाना
आदित्यनाथ ने विधानसभा में बजट चर्चा पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, हमारी सरकार नौकरी लेकर आई है और हर वर्ग का भला होगा।
नौकरियों में भ्रष्टाचार करने वालों को जेल भेजेंगे और किसी ने भेदभाव किया तो न सिर्फ जेल भेजेंगे, बल्कि संपत्ति भी कुर्क करेंगे।
अति दलितों-अति पिछड़ों को कोटे का भरोसा देकर योगी ने विपक्ष के संभावित गठजोड़ पर तो निशाना साधा ही है। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर की मांग पर भी मुहर लगा दी है।
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ओम प्रकाश राजभर लगातार करते आ रहे हैं मांग
राजभर लगातार पिछड़ों में पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा तथा दलितों में दलित, अति दलित और महादलित तीन श्रेणी बनाकर आरक्षण देने और उसी आधार पर नौकरियों में भर्ती की मांग कर रहे थे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दौरान भी राजभर ने यह बात रखी थी।
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