Friday , 19 April 2024

आईएएस सौम्या पांडेय के दिलेरी को आप भी करेंगे सलाम, पढ़िए यह स्टोरी

न्यूज़ टैंक्स / लखनऊ

गाजियाबाद : एक हाथ से नवजात शिशु की देखभाल और दूसरे हाथ से प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन करती यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। तस्वीर में जो माँ अपने नवजात शिशु के साथ है वह कोई और नहीं बल्कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी एसडीएम सौम्या पांडेय हैं। जी हां, महज 22 दिन के शिशु को लेकर दफ्तर आना और जनता की समस्याओं का निस्तारण करना ऐसी जीवटता वाले और कर्तव्यपरायण अधिकारी विरले ही होते हैं। सौम्या पांडेय गाजियाबाद जनपद के मोदी नगर की एसडीएम हैं।

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2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं

मूल रूप से प्रयागराज जिले की रहने वाली है, सौम्या 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।वर्तमान में वो गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में बतौर एसडीएम पद पर तैनात है। 22 दिन पूर्व उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया है। डिलीवरी के बाद उनका मैटरनिटी लीव पर पूरा हक है, लेकिन उन्होंने सिर्फ एक महीने की मैटरनिटी लीव ली है इसके बाद वो काम पर वापस लौट आई हैं।

 

कोरोना काल में किया जमकर काम

सौम्या पांडेय तैनाती के दौरान जिले में अपनी अलग जगह बनाई हैं। सिद्धार्थनगर में जनपद में भी उंन्होने अपनी सेवा दी। कोरोना काल मे श्रमिकों के आवागमन और उनको संबंधित जगह तक पहुँचाना और भोजन का भी उत्तम प्रबंध करवा कर सौम्या ने उत्कृष्ट प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन किया था।

सोसल मीडिया पर खूब हो रही सराहना

कोरोना काल में एक बिटिया को जन्म देने के बाद महीनेभर से भी कम समय में जनता की सेवा के लिए वापस ड्यूटी ज्वाइन करने वाली सौम्या पांडेय का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी नवजात बच्ची के साथ दफ्तर में फाइलें निपटाती नज़र आ रही हैं।वहीं, उनके इस क़दम से उनकी देशभर में तारीफ़ हो रही है।बता दें कि, 8 से 30 सितंबर तक सौम्या पांडेय ने डिलीवरी के लिए मात्र 22 दिन की छुट्टी ली और इसके बाद 1 अक्टूबर को डीएम के आदेश पर दोबारा से मोदीनगर एसडीएम का चार्ज संभाला है।

बरतनी पड़ रही है विशेष सतर्कता

कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए वह अपने साथ-साथ बच्ची का भी विशेष ध्यान रखती हैं। सभी फाइलों को भी वह बार-बार सैनिटाइज करती हैं।’ उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान से ही अभी तक गाजियाबाद जिला प्रशासन का उन्हें बड़ा सहयोग मिला है और सभी अधीनस्थ कर्मचारियों ने भी उनका भरपूर साथ दिया है। समय पर सभी काम पूरे किए हैं।