एनटी न्यूज़ डेस्क/ अंतर्राष्ट्रीय
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तिव में शुमार माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और समाजसेवी बिल गेट्स ने अमेरिकी सरकार के एक विधेयक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा कर भुगतान करना चाहिए क्योंकि वह दुनिया के कुछ सबसे अमीर आदमियों में से एक हैं. यह कटाक्ष उन्होंने अमेरिकी सरकार द्वारा कॉर्पोरेटरस् की कुल संपत्तियों के एवज में दिए जाने वाले करों में कटौती की घोषणा के बाद कहा. पूरी दुनिया में 90 अरब डॉलर से अधिक का धन रखने वाले गेट्स ने इस बिल का मुखर विरोध किया है.
मुझे सरकार को अधिक कर देना चाहिए
बिल गेट्स ने अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि उन्हें अधिक कर का भुगतान करना चाहिए और उनके जैसे अन्य बेहद अमीर लोगों को भी सरकार को ‘अधिक कर’ का भुगतान करना चाहिए. उन्होंने पत्रकार से बात करते हुए कहा कि मैं अमीर हूँ इस लिहाज से समाज के लिए मुझे अधिक कर भुगतान करने की जरूरत है.
Billionaire Bill Gates says he should pay "significantly higher" taxes https://t.co/GjwqTWhEjF pic.twitter.com/3JBZfIg5LH
— CNN (@CNN) February 19, 2018
उन्होंने कहा, “मुझे अधिक कर का भुगतान करना चाहिए, करीब 10 अरब डॉलर से ज्यादा. लेकिन सरकार को मेरे जैसे अन्य अमीर लोगों से भी इतना ही कर वसूलना चाहिए.”
गेट्स ने किया विधयक का विरोध
बिल गेट्स, अमेजन के जेफ बेजोस के बाद दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी हैं. उन्होंने रिपब्लिकन द्वारा कर कानूनों में कॉरपोरेशंस के लिए कर कटौती का मुखर विरोध किया है.
गेट्स बिल का मुखर विरोध करते हुए कहा कि यह एक प्रगतिशील विधेयक नहीं था, यह एक प्रतिगामी कर विधेयक था.
उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा फायदा अरबपतियों को मिलेगा, जबकि रिपब्लिकन पार्टी का दावा है कि इससे मध्य वर्ग और कामगार वर्ग को लाभ होगा.
ताकी न बढ़े असमानता
उन्होंने सीएनएन से बातचीत में कहा कि देश में जो लोग अमीर हैं, उन्हें मध्यम वर्ग या गरीब की तुलना में अधिक लाभ प्राप्त करने की आदत है, इसलिए यह वही सामान्य प्रवृत्ति है, जहां अमीरों के लिए सुरक्षा की जाली मजबूत हो रही है.
अमेरिका सहित पूरी दुनिया में ‘बढ़ती असमानता’ पर गेट्स ने कहा कि सभी उन्नत लोकतंत्र को इस बारे में सोचना होगा। गेट्स ने अपनी 40 अरब डॉलर की संपत्ति परोपकारी कार्यो में दे दी है.