Monday , 20 May 2024

पीएनबी घोटाला : सीबीआई ने ‘ब्रैडी हाउस शाखा’ की सील और पीएनबी के 10 पूर्व अधिकारी हुए नामित

एनटी न्यूज़ डेस्क/ मुंबई

देश में हुए अब तक के सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाले – पीएनबी घोटाला पर जब से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मोर्चा संभाला है. तब से कई चीज़ों के परत खुलते जा रहे हैं। सीबीआई ने अपनी कार्रवाई के तहत सोमवार को मुंबई स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ब्रैडी हाउस शाखा को सील कर दिया है। यह जानकारी सीबीआई अधिकारियों ने दी। आपको ज्ञात हो कि यह वहीं शाखा है, जिसके एलओयू के आधार पर नीरव मोदी और उसके मित्र ने कई बैंकों से कर्ज लिया था. इस घोटाले की कई एजेंसियां 11,515 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले की जांच कर रही हैं।

पीएनबी घोटाला

ब्रैडी हाउस शाखा पूरी तरह सील

सीबीआई ने मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा के बाहर एक नोटिस लगा दिया है।  सीबीआई या सीबीआई की विशेष अदालत या किसी सीबीआई सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना सभी के शाखा में आने-जाने पर रोक लगा दी गई है।

ब्रैडी हाउस शाखा को सीबीआई द्वारा सील करने के बाद यहां का सभी कामकाज ठप पड़ गया है और कई कर्मचारियों को बैंक की शाखा के बाहर अपने बॉस के अगले आदेश का इंतजार करते भी देखा गया।

अब तक तीन आरोपी हिरासत में

पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा पर यह कार्यवाही सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा घोटाले में आरोपी बैंक के दो पूर्व कर्मचारियों सहित तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत तीन मार्च तक बढ़ाने के फैसले के दो दिन बाद हुई है।

इन सभी आरोपियों में पीएनबी के सेवानिवृत्त उपप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी, सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खराट और घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भटट् हैं।

इस मामले में सीबीआई ने मुंबई और रायगढ़ के अलग-अलग इलाकों से इन तीनों को सबसे पहले गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि इस संबंध में अन्य गिरफ्तारियां जल्द ही हो सकती हैं।

10 अन्य निदेशकों और अधिकारियों भी नामित

इसके अलावा घोटाले में सीबीआई ने पहले 10 अन्य निदेशकों और अधिकारियों को भी आरोपियों के तौर पर नामित किया था।

इनके नाम – कृष्णन संगमेश्वरन, नजुरा यशजैने, गोपाल दास भाटिया, अनियाथ शिवरमण, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वरांगे और मिहीर भास्कर जोशी हैं।

इस घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और उनके सहयोगी जनवरी के शुरुआत में ही देश छोड़कर फरार हो गए थे।