Saturday , 27 April 2024

Anglo Eastern कंपनी पर लगा बैन, जांच में बड़ा खुलासा, रिपोर्ट पढ़कर हो जाएंगे हैरान

Anglo Eastern News :शिपिंग इंड्रस्टी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बीते 31 मई को डीजी शिपिंग (महानिदेशक जहाजरानी मंत्रालय) ने दुनिया की जानी-मानी कंपनी एंग्लो ईस्टर्न के आरपीएसएल ( Recruitment and Placement Services License) को रद्द करते हुए तीन साल का बैन लगा दिया है। डीजी शिपिंग ने यह एक्शन एंग्लो ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट में कार्यरत रहे चीफ़ इंजीनियर संजय चौधरी के रहस्मयी मौत को लेकर लिया है। वहीं लाइसेंस रद्द होने के कारण एंग्लो ईस्टर्न कंपनी तरह-तरह के तथ्यहीन सफाई भी दे रहा है। कंपनी ने पेड न्यूज का सहारा लेते हुए बिना तथ्यों को समझे अपने को पाक-साफ साबित करने का कुचक्र भी कर रहा है। कंपनी का तर्क है कि समुद्री दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हमारी कंपनी को पुरुस्कार मिला, जहाज रानी राज्य मंत्री ने सम्मानित किया, ऐसे में डीजी शिपिंग को ऐसा कदम नही उठाना चाहिए था।

कौन थे संजय चौधरी

गाजियाबाद निवासी संजय चौधरी एंग्लो ईस्टर्न कंपनी में चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात थे। 17-04-2018 को कंपनी के द्वारा परिजनों को बताया गया कि संजय को हार्ट अटैक आया था और उनकी मौत हो गई। परिजनों को संजय की मौत में कुछ संदेह लगा और एक लंबी लड़ाई के बाद मृतक संजय चौधरी की पत्नी डॉक्टर अमृता की तहरीर पर कंपनी के कई जिम्मेदार लोगों पर हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। इसी मुकदमे के चलते गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली स्थित कार्यालय के एंग्लो ईस्टर्न के कई जिम्मेदार लोगों को नोटिस भी थमाया गया था। गाजियाबाद पुलिस सूत्रों की मानें तो नोटिस के बाद भी हत्यारोपी अधिकारी हाजिर नहीं हुए और अंतरिम जमानत भी ले ली।

डीजी शिपिंग की जांच में पाए गए दोषी

जहाज रानी निदेशालय को संजय चौधरी के मौत की जांच के दौरान कई ऐसे बिंदु मिले जो चौकाने वाले थे। जिसका जिक्र 15 पन्ने की जांच रिपोर्ट में किया गया है। एंग्लो इस्टर्न (Anglo Eastern) कंपनी का जो अनुबंध है वह नाविकों के पक्ष में कम जहाज मालिक के पक्ष में ज्यादा है। जो अपने आप में एक बड़ा मामला है। वहीं जांच में यह भी पाया गया है तत्कलीन जहाज कैप्टन की लापरवाही से संजय चौधरी की मौत हुई। साथ ही एंग्लो ईस्टर्न के सस्पेंशन का मुख्य कारण है कि जो भारतीय समुद्री कानून बनाये गए हैं उसके अनुसार कंपनी पूरी तरह कार्य नही कर रही है।

इसका जवाब मिलना अभी है बाकी

डीजी शिपिंग ने एंग्लो ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट के RPSL संख्या – MUM- 88 को अवैध करार देते हुए तीन साल तक के लिए भारत में प्रतिबंधित कर दिया, लेकिन एंग्लो ईस्टर्न मैरिटाइम सर्विसेज के नाम से जो RPSL MUM-239 है क्या उसका संबंध ऐंग्लो ईस्टर्न से नही है ? अगर है तो उसको क्यों नहीं सस्पेंड किया गया ? सवाल यह भी है क्या RPSL 239 भारतीय समुद्री कानून का पूरी तरह से पालन करता है ?

वहीं इस मामले पर अधिक जानकारी के लिए आशीष सिन्हा  डिप्टी डायरेक्टर जनरल (क्रू)डीजी शिपिंग मुंबई से सवाल किया गया तो उन्होंने मीटिंग में होने की बात कहते हुए सोमवार को बात करने की बात कही।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

आरोपी मनीष प्रधान, पूर्व एमडी एंगलो ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट कंपनी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड मुंबई

 

आरोपी राजीव कुमार, जनरल मैनेजर,

एंगलो ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट कंपनी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड

,नोएडा ऑफिस

 

इन लोगों पर दर्ज हुआ है मुकदमा

एंग्लो ईस्टर्न शिप प्राइवेट लिमिटेड , कैप्टन संतोष अच्युतन , नन्द कुमार उन्नी (चीफ ऑफिसर) तेजस्वा कुमार सिंह (सेकेण्ड ऑफिसर) मेडिकल ऑफिसर , जिल्स आसिफ (सेकेण्ड ऑफिसर) राजीव कुमार (जनरल मैनेजर) मोहित सहजपाल (थर्ड ऑफिसर) मुनि कोटि सागर (थर्ड   इंजीनियर) सुमित सिंह (कैडेट) गिगी मरकोज बोसन , सिकेटे माधव राव (फिटर) मोहमद जफर उमर अंसारी सहित 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ।

 

एंग्लो ईस्टर्न के अधिकारियों पर इन धाराओं में दर्ज है मुकदमा 

मृतक संजय चौधरी की पत्नी अमृता की तहरीर पर बड़ी लम्बी लड़ाई के बाद एंग्लो ईस्टर्न के अधिकारियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।
302, 201, 120b, 204,328, 370, 420, 467, 468, 506, 471 सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।

एंग्लो ईस्टर्न में रहस्यमयी मौत का यह कोई पहला मामला नहीं

एंग्लो ईस्टर्न में मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है, गाजियाबाद निवासी शिवम् मालिक और उत्तराखंड निवासी जतिन मिश्रा के परिवार भी कम्पनी के इस प्रायोजित हत्या के शिकार हो चुके हैं।ऐसे बहुत से परिवारों का चिराग इस समुद्री जहाज में बुझ चुके हैं, बहुत से ऐसे परिवार हैं जो जहाज के मायावी शब्द ‘मिसिंग’ के गर्त में ने जाने कहाँ चले गए जिनका आजतक पता नहीं चल सका।

Report : रोहित रमवापुरी