Saturday , 27 April 2024

हौथियों ने जहाज पर किया कायराना हमला , दो नाविकों की मौत , शिप पर एक भारतीय नाविक भी था मौजूद !

 

NEWS TANKS/MTCPL

लाल सागर (RED SEA) से एक बहुत दुःखद खबर आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार हौथी आतंकियों ने बहुत ही निंदनीय और कायराना कृत्य करते हुए दो नाविकों को मौत के घाट उतार दिया है।

अमेरिकी और ब्रिटिश अधिकारियों ने एक संयुक्त बयान में बताया है कि बुधवार को लाल सागर से होकर जा रहे हैं एक और व्यापारिक जहाज परHouthi

के मिसाइल हमले में दो और नाविक मारे गए। इसे दुनिया का सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग माना जाता है। ईरान के समर्थन वाले यामिनी समूह द्वारा व्यापारिक जहाजों पर हमले शुरू करने के बाद यह पहली घटना है जिसमें किसी की मौत हुई है।

 

हूती ने ही इस हमले की जिम्मेदारी ली है। ग्रीक स्वामित्व वाले इस जहाज – ‘ट्रू कॉन्फिडेंस’, जिस पर बारबाडोस का झंडा लगा हुआ था, में यमन के अदन बंदरगाह से 50 नॉटिकल मील की दूरी पर हूती विद्रोहियों ने आग लगा दी।

हूती के इस दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स  पर एक बयान में, ब्रिटिश दूतावास ने लिखा: “कम से कम 2 निर्दोष नाविक मारे गए हैं।  हूती विद्रोहियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर लापरवाही से मिसाइलें दागने की ये दुःखद घटना हुई है। उन्हें हर हाल में इसे बंद करना पड़ेगा।”

“हमारी गहरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जो मारे गए हैं या जो घायल हुए हैं।”

एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने भी दो नाविकों के मारे जाने की पुष्टि की है।

ब्रिटेन और अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के खिलाफ जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं, और मौतों की पुष्टि होने के बाद मजबूत सैन्य कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ सकता है।

इससे पहले, एक शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़े एक सूत्र ने कहा था कि जहाज पर मिसाइल से हमला होने के बाद चार नाविक गंभीर रूप से जल गए हैं और तीन लापता हैं।

‘ट्रू कॉन्फिडेंस’ नामक इस जहाज के ग्रीक संचालकों ने कहा कि ये जहाज पहले अदन के यमनी बंदरगाह से लगभग 50 समुद्री मील दूर दक्षिण-पश्चिम में टकराया था और जलकर खाक हो गया ।  उन्होंने कहा कि जहाज पर सवार 20 चालक दल और तीन सशस्त्र गार्डों की स्थिति के बारे में कोई जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है। इनमें 15 फिलीपींस मूल के, चार वियतनामी, दो श्रीलंकाई, एक भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं।

एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने अपनी पहचान जाहिर करने इंकार करते हुए समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि ‘ट्रू कॉन्फिडेंस’ नामक इस जहाज से धुआं निकलता  देखा गया था और  जहाज के पास पानी में एक लाइफबोट भी देखी गई थी।

यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (united kingdom maritime trade operations) नामक एजेंसी ने कहा कि उसे अदन से 54 नॉटिकल मील  दूर दक्षिण-पश्चिम में इस घटना की जानकारी मिली है। जो ठीक लाल सागर के प्रवेश द्वार के पास मौजूद है। एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि जहाज को चालक दल ने छोड़ दिया गया था  और क्रू से मिलने वाले कोई भी दिशा-निर्देश जहाज को नहीं मिल रहे थे।

यूकेएमटीओ ने कहा, “गठबंधन बल यानि अमरीकी और ब्रिटिश सैनिक जहाज और चालक दल की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।”

जाने-माने नाविक संघ, इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन (आईटीएफ) के महासचिव स्टीफन कॉटन ने अपने सदस्यों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया है।

कॉटन ने कहा कि “हमने अदन की खाड़ी और लाल सागर में नाविकों के सामने बढ़ते जोखिमों के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय और समुद्री उद्योग को लगातार चेतावनी दी है।  आज हम देख रहे हैं कि वो चेतावनियां सही साबित हो गईं हैं।”

चार दिन पहले, ब्रिटेन के स्वामित्व वाला मालवाहक जहाज रूबीमार, मिसाइल हमले से गंभीर नुकसान झेलने के बाद दो सप्ताह तक फंसा रहा था। जिसके बाद ये हूती हमले के परिणामस्वरूप डूबने वाला पहला जहाज बना। हालांकि सुखद ये रहा कि  उस जहाज से सभी क्रू को सुरक्षित निकाल लिया गया।

अमेरिका और ब्रिटेन ने समुद्री आवागमन की सुरक्षा के लिए हूती विद्रोहियों के खिलाफ जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं।  चालक दल के सदस्यों को आईं गंभीर चोटों या मौतों के कारण और भी कड़ी कार्रवाई की मांग की जा सकती है।

हूती विद्रोहियों हमलों ने वैश्विक स्तर पर शिपिंग को बाधित कर दिया है, जिससे कंपनियों को दक्षिणी अफ्रीका के होकर अपेक्षाकृत लंबी और अधिक महंगी यात्राएं करनी पड़ रहीं है। लाल सागर के होकर से सात दिवसीय यात्रा का बीमा करने की लागत भी अब सैकड़ों हजारों डॉलर तक बढ़ गई है।

जब इन आतंकवादियों ने ये साफ कर दिया है कि वह अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल से जुड़े सभी जहाजों को निशाना बनाएंगे और उन पर हमले करेंगे तो यह साफ हो गया है कि इस रास्ते से होकर जाने वाले सभी जहाज अब खतरे में है। शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है।

दोनों कंपनियों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि ट्रू कॉन्फिडेंस का स्वामित्व लाइबेरिया में पंजीकृत कंपनी Confidence Shipping ‘ के पास है और इसका संचालन ग्रीस स्थित थर्ड जनवरी मैरीटाइम द्वारा किया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि जहाज का अमेरिका से कोई लेना-देना नहीं है।

अब सवाल यह है कि जब नुकसान माल के साथ-साथ जान कि होनी लगी है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। अगर कोई शिप इस मार्ग से जाता है और कोई घटना होती है ऐसे में सीमेन के परिवार का क्या होगा। यदि सीमेन के साथ किसी प्रकार की दुःखद घटना घटती है तो उसके लिए या उसके परिवार के सम्मान जनक जीवन के लिए क्या व्यवस्था की गई है। ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनके उत्तर बाकी हैं। समूचे विश्व को इस घटना के विरोध खड़ा होना चाहिए।