कांग्रेस महाधिवेशन : देश में एक-दूसरे को लड़ाकर बटा जा रहा है – सोनिया गांधी

एनटी न्यूज़ डेस्क/ राजनीति

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का महाधिवेशन दिल्ली में जारी है. इसके उद्घाटन सत्र को कांग्रेस के दो सबसे दिग्गज शुरुआत और अंत में संबोधित किया. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्षा  सोनिया गांधी उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. दोनों नेताओं ने भाजपा की नीतियों पर सवाल खड़े करते हुए, कहा- बीते चार साल से कांग्रेस को तबाह करने के लिए बीजेपी साम-दाम-दंड भेद का खुला खेल रही है.

इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि एक-दूसरे को लड़ाकर देश को बांटा जा रहा है, गुस्सा फैलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पर कांग्रेस का हाथ लोगों को जोड़ेगा. पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राहुल पहली बार कांग्रेस महाधिवेशन का संबोधित कर रहे थे.

बता दें कि यह कांग्रेस कमेटी का 84वां अधिवेशन है. यह इंदिरा गांधी स्टेडियम में हो रहा है. इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे.

इसमें कांग्रेस अगले 5 साल के रोडमैप के लिए रणनीति और दिशा तय करेगी. इस बार फोकस नेताओं की बजाय कार्यकर्ताओं पर है.

क्या बोलीं सोनिया गांधी…?

कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, ‘कांग्रेस ने देशवासियों के सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक योजनाएं लागू कीं.’

उन्होंने कहा कि नरेगा, वन अधिकार, भूमि अधिग्रहण, शिक्षा-स्वास्थ्य और भोजन का अधिकार और सूचना के अधिकार जैसे कानूनों से करोड़ों की जिंदगी में बदलाव आया.

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा ने कहा कि आज ये देखकर मुझे अफसोस होता है, दुख होता है कि सभी कार्यक्रमों और योजनाओं को मोदी सरकार कमजोर कर रही है और नजरंदाज कर रही है.

साम-दाम-दंड-भेद से सरकार बनाने का खेल चल रहा है

सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले 4 साल में कांग्रेस को तबाह करने के लिए अहंकारी और सत्ता के नशे में मदमस्त लोगों ने कोई कसर बाकी नहीं रखी.

उन्होंने कहा, ‘साम-दाम-दंड-भेद का पूरा खेल चल रहा है. लेकिन, सत्ता के अहंकार के आगे ना कांग्रेस कभी झुकी है और ना कभी झुकेगी.’

नरेन्द्र मोदी की अगवाई वाली भाजपा सरकार पर बोलते हुए सोनिया बोलीं, ‘मोदी सरकार के तानाशाही तौर तरीकों, संविधान की उपेक्षा, संसद का अनादर, विपक्ष पर फर्जी मुकद्मे और मीडिया पर लगाम लगाने का कांग्रेस विरोध कर रही है.’

युवा ही कांग्रेस को आगे ले जा सकते हैं : राहुल

इससे पहले अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को राहुल गांधी ने कहा संबोधित करते हुए कहा कि यहां मुझे दो भाषण देने हैं. आज थोड़ा कम बोलूंगा. समापन सत्र में ज्यादा बोलूंगा. तब आपको बताऊंगा कि हमें क्या करना है. कैसे हम पार्टी को दूसरों के अलग कर सकते हैं.”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का ये अधिवेशन बदलाव के लिए हो रहा है. मैं सोचता हूं कि युवा पार्टी को आगे ले जा सकते हैं.’

उन्होंने पार्टी के युवा नेताओं को अपनी मंशा बताते हुए कहा कि कांग्रेस पुराने को नहीं भूलती है, इसीलिए मेरा काम सीनियर नेताओं और युवाओं को जोड़ना है. इसके बिना पार्टी नहीं बढ़ेगी.

मोदी सरकार देश को बात रही है

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘आज हिंदुस्तान को बांटा जा रहा है. एक व्यक्ति को दूसरे से लड़ाया जा रहा है. हमारा निशान हाथ है, जो लोगों को जोड़ता है. हमें मिलकर देश को एक करना है.’

उन्होंने कहा कि सोनिया जी और मनमोहन जी को समेत सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने देश को एक करने की कोशिश की.

राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में जो युवा और किसान हैं, वो मोदी जी की नीतियों से थक चुके हैं. उन्हें आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है.

राहुल ने युवाओं से कहा कि लेकिन हम आप सबके साथ खड़े हैं. कांग्रेस और दूसरी पार्टी में अंतर ये हैं कि वो क्रोध और हम प्यार का इस्तेमाल करते हैं.

इस अधिवेशन से आएगी नई उर्जा

कांग्रेस से आ रही ख़बरों के मुताबिक, अधिवेशन में पार्टी के सभी मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समेत देशभर के नेता जुटे हैं.

इस दौरान कांग्रेस के भीतर नई ऊर्जा भरने का कार्य किया जाएगा, ताकि आने वाले कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में पार्टी मजबूती से अपना संदेश जनता तक पहुंचा सके.

अधिवेशन में इस बार नेताओं के बजाय पार्टी का ध्यान कार्यकर्ताओं पर केंद्रित है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा होगी.

दूसरे दिन राजनीति, बेरोजगारी और गरीबी दूर करने से जुड़े कुछ प्रस्ताव पास हो सकते हैं. रविवार को महाधिवेशन का समापन भी राहुल गांधी के भाषण से होगा.

विपक्षी पार्टियों से संपर्क साध रही कांग्रेस

पिछले दिनों पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में यूपीए नेताओं को डिनर दिया था. इसमें करीब 20 पार्टियों के नेता शामिल हुए.

खबरों के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विपक्षी पार्टियों का एक यूनाइटेड फ्रंट बनाना चाहती है ताकि बीजेपी को टक्कर दी जा सके.