केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर लीक होने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने बुधवार रात दिल्ली-एनसीआर में 10 जगहों पर छापेमारी कर 18 छात्र समेत 25 लोगों से पूछताछ की. इनमें विभिन्न स्कूलों के 11 छात्र, कॉलेजों के सात छात्र, पांच ट्यूटर और दो अन्य लोग शामिल हैं. ट्यूटर में एक महिला भी है, जिसका लाजपत नगर में कोचिंग सेंटर है.
इन लोगों ने स्वीकारा है कि प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से 24 घंटे पहले लीक हो गए थे. असली पेपर देखकर पहले हाथ से सादे कागजों पर प्रश्नों को लिखा गया, फिर उसकी तस्वीरें वाट्सएप से बांटी गईं. 24 घंटे पहले पेपर मिलने से छात्र-छात्रओं को प्रश्नों की तैयारी करने का काफी समय मिल गया.
विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच ने कहा
विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच आरपी उपाध्याय के मुताबिक, सभी 25 में से एक को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है. उनसे परीक्षा से जुड़ी जानकारियां प्राप्त की गई हैं. जरूरत पड़ने पर फिर पूछताछ की जाएगी. छात्र-छात्रओं से पूछताछ के बाद उनके मोबाइल नंबर और अन्य जरूरी जानकारियां ले ली गई हैं.
ज्ञात हो, सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर दो मुकदमे (27 और 28 मार्च को) दर्ज करने के बाद एसआइटी ने जांच शुरू कर दी थी. पेपर लीक से जुड़े सुबूत मिटा न दिए जाएं, इसलिए गुरुवार सुबह ही एसआइटी ने कार्रवाई तेज कर दी.
एसआइटी में शामिल अधिकारी का कहना है
एसआइटी पता लगा रही है कि छात्र-छात्रओं के वाट्सएप पर किसने प्रश्नपत्र भेजे थे. साथ ही मुख्य आरोपित व उसके स्नोत के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है. पूछताछ में कुछ छात्रों ने दोस्तों के जरिये पेपर मिलने की बात कही है. पेपर लीक के संभावित ठिकानों की पहचान की गई है. कुछ जगहों की सीसीटीवी फुटेज भी जब्त की गई है.
एसआइटी में शामिल अधिकारी का कहना है कि सीबीएसई ने लिखित शिकायत में ओल्ड राजेंद्र नगर में दस वर्षो से कोचिंग सेंटर चलाने वाले विक्की पर शक जताया था. लिहाजा उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वह विद्या कोचिंग सेंटर का मालिक है और सेंटर में 10वीं व 12वीं के छात्रों को गणित व अर्थशास्त्र पढ़ाता है. उसने 1996 में डीयू से बीकॉम किया है.
अभी नहीं दी जा रही है आधिकारिक जानकारी
विक्की के अलावा हिरासत में लिए गए अन्य लोगों और उनसे जब्त दस्तावेजों के संबंध में आधिकारिक जानकारी नहीं दी जा रही है. एसआइटी ने सीबीएसई से कई जानकारी मांगी है.
मसलन, परीक्षा केंद्रों और छात्रों तक पेपर पहुंचाने का तरीका क्या है? सुरक्षा के लिए किस तरह की सावधानियां बरती जाती हैं? पेपर किन-किन पिंट्रिंग प्रेस से छपवाए गए? मामले की विस्तृत जांच के लिए क्राइम ब्रांच के 11 अधिकारियों की एसआइटी बनाई गई, जो पूरे मामले की छानबीन करेगी.
13 अप्रैल के बाद होगी रद परीक्षा : चुन्नीलाल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सह-सचिव चुन्नीलाल ने कहा है कि 12वीं अर्थशास्त्र व 10वीं गणित की रद परीक्षा 13 अप्रैल के बाद कराई जाएंगी. जांच का कार्य पूरा होने के बाद पुन: परीक्षा कराने की तिथि जल्द ही तय कर ली जाएगी.