भाजपा के डर से एकजुट हो रहे विपक्षी दल : अमित शाह

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को विपक्षी एकजुटता के प्रयासों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि अलग-अलग विचारधारा वाले सभी दल भाजपा के डर से साथ आने को मजबूर हो रहे हैं. भाजपा के 38वें स्थापना दिवस पर अमित शाह पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं की विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे. इसमें राज्यभर के 92,000 बूथों के करीब पांच लाख कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.

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क्या बोले अमित शाह

अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, जिस प्रकार भीषण बाढ़ की स्थिति में सांप, नेवले, कुत्ते व बिल्ली जैसे विपरीत प्रकृति के जानवर भी एक ही वटवृक्ष पर शरण लिए दिखाई देते हैं, वैसे ही विपक्षी पार्टियां भी साथ आ रही हैं.

बाद में प्रेस कांफ्रेंस में अपने कथन को और साफ करते हुए कहा,यदि किसी को ये उपमाएं खराब लगी हों तो वे समझ लें कि मैंने ऐसा कहकर वैचारिक भिन्नता वाले दलों के साथ आने की ओर इशारा किया है. जैसे सपा-बसपा, कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस जैसे दल धुर वैचारिक विरोधी हैं, फिर भी भाजपा के डर से साथ आने पर विचार कर रहे हैं.

ओडिशा-प. बंगाल समेत केंद्र में दोबारा आए तो आएगा स्वर्णकाल

छह अप्रैल, 1980 को भाजपा की स्थापना के बाद उसका पहला अधिवेशन मुंबई में ही हुआ था. शाह ने कहा, भाजपा की स्थापना 10 सदस्यों से हुई थी. आज यह 11 करोड़ सदस्यों वाली दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. केंद्र सहित 20 राज्यों में इसकी सरकारें हैं. देशभर में 1600 से ज्यादा विधायक हैं.

उन्होंने कहा कि देश की 70 फीसद जनसंख्या एवं 68 फीसद भूभाग पर भाजपा का शासन है. लेकिन यह भाजपा का स्वर्णकाल नहीं है. भाजपा का स्वर्णकाल तब आएगा जब ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार सहित 2019 में केंद्र में दोबारा राजग की सरकार बन जाएगी.

विपक्ष स्थान तय कर ले, भाजपा चर्चा को तैयार

भाजपा अध्यक्ष ने कहा,2019 के चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. यह चुनाव खोटे वायदों और नारों के भरोसे नहीं जीता जाएगा. भाजपा के संगठन की मेहनत और केंद्र सरकार के कामों के आधार पर जीता जाएगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता आरोप लगाते हैं कि सरकार चर्चा से भाग रही है. मैं जनता की संसद में खड़ा होकर कह रहा हूं कि स्थान आप तय कर लो, भाजपा चर्चा को तैयार है. रैली को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी संबोधित किया.

पहले नहीं होंगे आम चुनाव

शाह ने पत्रकारों से कहा,लोकसभा चुनाव समय से पहले नहीं होंगे. उन्होंने लोकसभा के साथ महाराष्ट्र में विस चुनाव कराने की संभावना से भी इन्कार किया. शिवसेना के बारे में कहा,वे सरकार में पार्टी के साथ हैं . भाजपा की तीव्र इच्छा है कि वे साथ बने रहें.

राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, ‘पहली बार मैंने ऐसा नेता देखा जो अपनी ही पार्टी की हार पर मिठाइयां वितरित कर रहा था क्योंकि उत्तर प्रदेश के संसदीय उपचुनावों में उनके प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई थी.’

‘मैं वैष्णव हिन्दू हूं, जैन नहीं’

कर्नाटक के सीएम सिद्दरमैया के उनके जैन होने के दावे पर अमित शाह ने साफ किया कि वह वैष्णव हिन्दू हैं.

विपक्ष अयोध्या को मुद्दा बनाए तो एतराज नहीं

राम मंदिर मुद्दे पर कहा, आगामी चुनाव में पार्टी इसे मुद्दा नहीं बनाएगी, अगर विपक्ष इसे मुद्दा बनाता है तो पार्टी को कोई एतराज नहीं है.