कश्मीर के पत्थरबाजों के केस वापस लिए जाने पर देश भर में विरोध शुरू

एनटी न्यूज़ डेस्क / मथुरा / बादल शर्मा

एक ओर जहां हमारे जांबाज जवान देश का सेवा में दिन रात लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर उनको पत्थरबाजों से काफी मशक्कत झेलनी पड़ रही है. यहां तक कि कभी-कभी शहीद भी हो जाते हैं. पत्थरबाजी में शहीद हुए जवानों के परिजनों ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का विरोध शुरू कर दिया जिसमें यह कहा गया है कि घाटी के पत्थरबाजों पर दर्ज सभी मामले वापस लिए जाएंगे. शहीदों के परिजनों ने सरकार को यह चेतावनी भी दी है कि यदि सरकार ने अपने कदम वापस नहीं खींचे तो वह आमरण अनशन पर बैंठ जाएंगे.

केंद्र सरकार के फैसले पर विरोध…

कश्मीर के पत्थरबाजों के केस वापस लेने के केंद्र सरकर के फैसले का देश में विरोध शुरू हो गया है. इस फैसले की आलोचना तो हो रही थी लेकिन कोई खुल कर इसका विरोध नहीं कर पा रहा था, यहां तक कि राजनीतिक पार्टियां के सुर भी थमे हुए हैं. विरोध की शुरूआत उन परिवारों से हुई है, जिनके जाबांज बेटे, आतंकवादी और पत्थरबाजी की घटनाओं में कश्मीर में शहीद हुए हैं.

ये कहा परिजनों ने…

एकजुट हुए शहीद परिवारों ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और मांग की कि केंद्र सरकार इस फैसले को वापस ले, सरकार का यह फैसला शहीदों का अपमान है. इन परिवारों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया तो शहीद हुए जांबाजों के परिवार आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.

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