बारिश के कहर से ढ़्हा कच्चा मकान, मासूम की मौत

एनटी न्यूज़//आर बी द्व्वेदी//एटा-
जनपद में हो रही मूसलाधार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जनपद में गरीब लोगों के लिए ये बारिश आफत की बारिश बनती जा रही है। इस मूसलधार बारिश के चलते आज थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के भगीपुर में कुम्हार वाली गली में अचानक एक घर भर-भरा कर गिर गया जिसमें 2 महिलाओं सहित 7 लोग दब गए जिसमे एक 7 बर्षीय बच्ची की मौत हो गई। सूचना पर आई पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है जहाँ 2 लोगो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। और जनपद में 20 दिन के भीतर इस आफत की बारिश के कहर से दो दर्जन यानी 24 से भी ज्यादा घर गिर,जमीदोज हो चुके है, और 4 दर्जन यानी कि 48 से भी ज्यादा लोग मकान के मलबे में दबकर घायल हो चुके है। घर गिरने के बाद मलबे में दबने से अभी तक 1 मासूम बच्ची सहित 4 लोगो की मौत हो चुकी है, लेकिन जिला प्रसाशन कुंभकर्णी नीद सोए है

घटना के वक्त सो रहे थे घर वाले –

ये पूरा मामला थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के भगीपुर में कुम्हार वाली गली में जनपद में हो रही लगातार भारी बारिश बजह से अचानक एक घर गिर गया जिसमें 2 महिलाओं सहित 7 लोग दब गए, एक 7 बर्षीय बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई।

  एक कच्चे घर मे बने दो कमरो में रोज की भांति लोग सो रहे थे तभी आज अलख सुबह एक मकान में अचानक तेज आवाज के साथ भरभरा कर गिर पड़ा तभी आसपास के लोग घर की ओर दौड़ पड़े और चीख पुकार की आवाज सुनकर मलबे में दबे लोगो को निकालने लगे छत  गिरने की आवाज सुनकर मोहल्ले में हड़कंप मच गया, पड़ोसियों की मानें तो घर के लोग अलख सुबह गहरी नींद में सो रहे थे तभी अचानक घर की छत गिर गयी।जिसमे एक 7 बर्षीय बच्ची सोनम की मौके पर ही मौत हो गई और घर के मुखिया ओमपाल सिंह व इनकी पत्नी संध्या व इनके भाई की पत्नी शीला देवी सहित उनके बच्चे अजय , डौली ,अनुष्का, अनुराग घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। वही महिला संध्या सहित 2 लोगो की हालत गंभीर बताई जा रही है वो अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे है।

प्रधान पर आवास के लिए रिश्व्त मांगने का आरोप-

यदि पड़ोसियों की माने तो ओमपाल एक निहायत ही गरीब आदमी है जिसका घर आज भी कच्चा बना हुआ था लेकिन एटा के प्रशाशन व इस प्रधान को वो घर नही दिखा अगर समय रहते उसको सरकार द्वारा चलाई जारही आवास योजना के अन्तर्गत उसको आवास मिल जाता तो ये घटना निशिचित ही टल जाती और आज ओमपाल के परिवार में भी खुशियां भी होती पर काश ऐसा हो ना सका और प्रधान पर आवास के लिए रिश्व्त में रुपये मांगने का भी आरोप लगाया है इसलिए उस गरीब ओमपाल को आवास नही दिया गया और उसके चलते इस मूसलाधार बारिश ने भी उस पर अपना कहर डहा दिया जिससे ओमपाल ने अपनी एक मासूम बेटी को खो दिया और घर के 7 सदस्य मलबे में दबने से गम्भीर घायल हो गए जिनका उपचार चल रहा है। वही अभी भी जनपद में बढ़ती बारिश अब जान की आफत बन गयी है, और प्रशाशन कुंभकर्णी नींद में सोए हुआ है।

परिजनो ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग-

वही लगातार घर गिरने से गरीब मकान स्वामियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है कि उनको कोई राहत राशि भी नही दी जा रही आखिर वो अपना दुखड़ा किसको बताये जबकि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश से गरीबी हटाने की बात करते है लेकिन यहाँ तो गरीब ही जिंदगी से हट रहा है कियोकि बड़े,बड़े वादे के बाद भी गरीब पात्र लोगो को आवास तक नही दिया जा रहा है और मोदी और योगी के मिशन को जिला प्रशाशन के कारिंदे इन योजनाओं को चूना लगते दिख रहे है। वही अभी तक जिला प्रशाशन का कोई भी अधिकारी  पीड़ितों के घर राहत राशि देने तक भी नही पहुचा जिसको लेकर लोगो मे भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है जिसके चलते लोग सरकार के खिलाफ विरोध करते हुए नारेबाजी करते दिखे। और स्थानीय लोगो व परिजनो ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

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