वायरल: केंद्रीय मंत्री की बेटी आरुषि लॉकडाउन में घर पर बना रहीं खादी के मास्क

एनटी न्यूज़डेस्क/श्रवण शर्मा/लखनऊ 

दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। वहीं हमारे कोरोना योद्धा के मन का धैर्य व साहस देखकर यह उम्मीद की जा सकती है की हम जल्द ही इस माहामारी से जीत जाएंगे। इस संकट की घड़ी में देश का हर नागरिक अपने स्तर से इस महामारी से लड़ाई में अपना योगदान दे रहा है। चाहे वह लॉक-डाउन का पालन करके या देश-हित में कोरोना योद्धा के तौर पर, वहीं बात करें केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री डॉ रमेश पोख‍रियाल निशंक की बेटी आरुषि की तो वह अपने घर पर ही हर दिन सैकड़ों खादी के मास्क बना रही हैं। जिसे शोसल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए लोगों तक पहुंचाया भी जा रहा है। जिनके इस प्रयास की चर्चा शोसल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।

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समाजसेवा के साथ देश-सेवा का भाव भी

एक ओर जहां बाजार में मास्क की कमी बनी हुई है। वहीं आरुषि ने इस कमी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस तरह ये कोरोना योद्धा कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए दिलो-जान से जुटी हुई हैं। न्यूज-टैंक के से बातचीत में आरुषि ने अपने बहुत से अनुभव साझा किए, साथ ही बताया की वह अपने फुरसत के समय में समाजसेवा का कोई भी मौका अपने हांथ से जाने नहीं देतीं। लेकिन कोरोना से लड़ाई समाजसेवा के साथ देश-सेवा का भाव है। आरुषि ने कहा की “जब तक हम कोरोना को हरा नहीं देंगे तब तक मास्क वितरण के साथ लोगों को जागरूक करने का अपना भरसक प्रयास जारी रखेंगे”।

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80 प्रतिशत आबादी मास्क का उपयोग करे

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय एडवाइजरी भी जारी की है। सरकार ने इस एडवाइजरी में कहा है कि लोग घर में तैयार मास्क भी पहना जा सकता है। मास्क पहनने से बड़े पैमाने पर लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकता है। डबल्यूएचओ के मुताबिक यदि 80 प्रतिशत आबादी मास्क का उपयोग करे तो वायरस का आउट ब्रेक रोका जा सकता है।

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घरो में बनाए जाने वाले सूती मास्क कारगर

सरकार ने कहा है कि एक सुरक्षात्मक मास्क को साधारण घरेलू वस्तुओं से बनाया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि 100% सूती कपड़े की दोहरी परत छोटे कणों को रोकने में सबसे प्रभावशाली होती हैं, सांस को नहीं रोकती और घर पर मास्क बनाना आसान कर देती है। सरकार ने कहा है कि सर्जिकल मास्क की तुलना में 100% सूती कपड़े की दोहरी परत, छोटे कणों को रोकने में लगभग 70% प्रभावशाली होती है। यह कपड़ा सांस लेने में कोई परेशानी पैदा नहीं करता है। यह आसानी से घरों में बनाया जा सकता है। इसे दोबारा उपयोग किया जा सकता है।

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मास्क के इस्तेमाल के समय सावधानियाँ जरूरी

  • घर पर बने मास्क व्यक्तिगत तौर पर भी साफ-सफाई बनाए रखने में भी मदद करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति के पास कम से कम दो मास्क होने चाहिए।
  • ऐसा इसलिए क्योंकि जब आपका एक मास्क धुलेगा तो आप दूसरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • घर में मौजूद किसी भी कपड़े से आप मास्क बना सकते हैं बशर्तें वह ठीक से साफ किया गया हो। मास्क बनाने से पहले कपड़े को ठीक से धो लें।
  • मास्क आपके मुंह और नाक को पूरी तरह से ढकने वाला होना चाहिए। इसे बांधना आसान हो।
  • अगर आपके पास सिलाई मशीन है तो आपके लिए मास्क बनाना ज्यादा आसान होगा। मास्क पहनने के दौरान किसी और चीज को टच ना करें।
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