सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के बाद यह तय करदिया कि इस साल 10वीं और 12वीं के बचे हुए पेपर नहीं होंगे। साथ ही पिछली 3 परीक्षाओं के आधार पर स्टूडेंट्स का असेसमेंट हो सकता है। सुनवाई तीन जजों की बेंच एएम खानविलकर, दिनेश महेश्वरी और संजीव खन्ना के समक्ष हुईं। सीबीएसई और सरकार की तरफ से सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता हैं।
सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि 1 जुलाई से तय शेष पेपरों के लिए बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई। केंद्र ने कोर्ट को बताया कि, CBSE की 1 जुलाई से होने वाली परीक्षा रदद् हैं साथ 10वीं की परीक्षा पूरी तरह रदद् हैं। 12वीं की परीक्षा स्थिति सुधरने पर आयोजित होगी। हालांकि, इसमें शामिल होना छात्रों के ऊपर। चाहें तो बाद में परीक्षा का विकल्प चुनें। नहीं तो पहले हुई परीक्षाओं के आधार पर अंक मिलेगा।
CBSE परीक्षा पर केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि मार्किंग की नई व्यवस्था समेत बाकी बातों पर कल तक अधिसूचना जारी हो जाएगी. असेसमेंट के आधार पर 10वीं और 12वीं के नतीजे 15 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे।
ICSE ने कहा कि वह भी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रदद् कर देगा. असेसमेंट के आधार पर रिज़ल्ट घोषित होंगे। स्थितियां सुधरने पर 12वीं के छात्रों को परीक्षा का विकल्प दिया जाए या नहीं, इस पर बाद में फैसला लिया जाएगा। केंद्र ने न्यायालय से कहा है कि स्थितियां अनुकूल होने पर सीबीएसई परीक्षा आयोजित करेगा। केंद्र ने न्यायालय से कहा है कि कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों का पिछली परीक्षा के आधार पर मूल्यांकन करने के लिए योजना तैयार कर ली गई है।
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