डॉक्टर जावेद के दरिया दिली की चर्चा हर जुबान पर

एनटी न्यूज़डेस्क/लखनऊ

शिव श्रीवास्तव की रिपोर्ट :

एक दिन में एम्स के नर्सिंग ऑफिसर सहित छह कोरोना पॉजिटिव

महाराजगंज : इरादे नेक हो और हौसले बुलंद हो तो किसी काम को अकेले ही पूरा किया जा सकता है। जी हां ऐसा ही कुछ उदाहरण देखने को मिला बृजमनगंज स्टेशन मार्ग पर जहां बारिश के पानी से नालियां जाम होकर ओवरफ्लो होने लगी और दर्जनों लोग गिरकर घायल हो गए। लोगों ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान मटिहंवा को दी लेकिन प्रधान द्वारा इस पर कोई पहल नहीं किया गया। इधर पानी से दुर्गंध भी आना प्रारंभ हो गया ऐसे में पेशे से चिकित्सक जावेद अहमद खां ने खुद कुदाल हाथ में लेते हुए अकेले जाम नालियों को साफ करने का बीड़ा उठाते हुए कटान पर मिट्टी फेंकना चालू कर दिए घंटों मेहनत कर पूरी नाली को साफ करने में कामयाब हो गए।

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ग्राम प्रधान की कार्यशैली पर सवाल

इस बाबत डॉक्टर जावेद ने बताया की नालियों से काफी दुर्गंध आ रही थी जिससे संक्रमण फैल सकता था और पानी के फैलने से कई वाहन चालक समेत उस पर बैठे सवार गिरकर घायल हो गए थे । कुछ महिलाओं और बच्चे भी घायल हो गए । जिम्मेदारों को सूचना देने के बावजूद भी वे चुप्पी साधे रहे। ऐसे में स्वयं ही इस नेक काम के लिए हाथों में कुदाल उठाते हुए सफाई करने की ठान ली। और इस्लाम भी यही कहता है एक इंसान दूसरे इंसान के काम आवे। जहां कस्बे में डॉक्टर जावेद अहमद खान के इस कार्य की प्रशंसा हो रही है वहीं पर ग्राम प्रधान की कार्यशैली पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं।

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