अगस्त में शुरू हो जाएगा त्योहारों का सिलसिला

न्यूजटैंक्स / लखनऊ डेस्क ।

अगस्त की शुरुआत होने वाली है और इस महीने में कई विशेष व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। इसीलिए इसे त्योहारों का महीना भी कहा जाता है। अगस्त त्योहारों के साथ – साथ पूजा – पाठ की नजर से भी विशेष है। हिंदू पंचांग के अनुसार, 25 जुलाई से सावन की शुरुआत हो चुकी है, वहीं 22 अगस्त को रक्षाबंधन के साथ इसका भी समापन होगा। आधे से ज्यादा यह महीना भगवान शिव की आराधना करते हुए बीतेगा।

रक्षाबंधन

भाई – बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन हर वर्ष हिंदू कैलेंडर के श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को होता है। इस बार सावन माह की पूर्णिमा तिथि 22 अगस्त दिन रविवार को है। ऐसे में इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों को कलाई पर राखी बांधती है और उनके सुखी एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हैं, वहीं भाई अपने बहनों के लिए उपहार के साथ जीवन भर उनकी रक्षा का वचन देते हैं। भविष्यपुराण के मुताबिक इस दिन इंद्र ने दैत्यों को हराया था। इसके अलावा राजा बलि और माता लक्ष्मी की कहानी भी रक्षाबंधन के शुरुआत का कारण बताया जाता है । अपने देश में त्योहार हजारों वर्षों से मनाए जा रहे हैं। महाभारत में द्रौपदी ने भी भगवान कृष्ण को राखी बांधी थी।

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जन्माष्टमी की मान्यता

सावन के बाद भाद्रपद मास के कृष्ण अष्टमी तारीख का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन कृष्ण जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण के भक्तों इस दिन का काफी इंतजार रहता है। हिंदू पंचांग के अनुसार पवित्र पर्व दो दिन मनाया जाता है। इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त और 31 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है और भक्त रात बारह बजे तक व्रत रखते हैं। मध्यरात्रि पर शंख और घंटों की आवाज से श्रीकृष्ण के जन्म की खबर चारों दिशाओं में गूंज उठती है। कृष्णजी की आरती उतार कर प्रसाद बांटा जाता है।

 

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