– मोनिका
रोजी रोटी नहीं है फौज
अगर नमक है देश का खाया,
अदा करने का धर्म बताया
अगर तू गोली एक चलाया, फिर
न रुकेगी गोली की बौछार बताया
आ दुश्मन मैं यहीं खड़ा हूं
ढाई गज जमीन, खोदे पड़ा हूं
नहीं रुका तू, नहीं थका तू
अदम्य साहस लिए खड़ा तू
श्रद्धांजलि के दो फूल लिए
आंखो में अश्रु लिए
कलम आज उनकी जय बोल