पहले मार डाला फिर खेत में छिपा दिया शव, जब मामला खुला तो भाग निकले आरोपी

एनटी न्यूज़ डेस्क/मुरादाबाद/शारिक सिद्दीकी 

आपने कटियाबाज फिल्म देखी है? अगर नहीं देखी तो देख लीजिये क्योंकि अवैध रूप से बिजली जलाने के चक्कर में कई लोगों ने अपने परिवार का भविष्य तक जला डाला है. बिजली में जो जलाने की ताकत होती है, उससे महज कोई आदमी ही नहीं मरता उसके परिवार का पूरा भविष्य खतरे में पड़ जाता है. मामला असल में कुछ इसी तरह है. मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र के ग्राम सीलपुर में बुधवार को एक घटना सामने आई, जिसमें एक युवक की जान ट्रांसफार्मर से अवैध रूप से लाइन जोड़ते समय चली गयी.

क्या है पूरा मामला…?

असल में, जब प्रेमपाल सिंह के परिवार को उनका भाई चंद्रपाल सिंह (मृतक) पांच दिनों से जब घर पर आया तो उसकी तलाश शुरू की गयी. तलाश में प्रेमपाल सिंह को पांच दिनों पहले का एक वाक्या याद आया.

प्रेमपाल सिंह को याद आया कि उनके भाई को पड़ोसी महेंद्र सिंह और गुलाम नबी के अपने साथ बाईक पर खेत में लगे ट्रांसफार्मर से तार जुड़वाने ले गये थे लेकिन उसी दिन से उनका भाई घर नहीं लौटा.

जब महेंद्र सिंह और गुलाम नबी पर परिजनों ने दबाव बनाया तो उन्होंने जो बताया उससे परिवार सन्न रह गया. गुलाम नबी ने मृतक के परिजनों को बताया कि जब चंद्रपाल ट्रांसफार्मर से नलकूप का तार जोड़ रहा था, तभी अचानक बिजली आ गयी और वह बुरी तरह झुलस गया.

गुलाम नबी ने कहा कि हम डर के कारण उसे वहीं एक गन्ने के खेत में छोड़कर चले आये.

दबाव बनाने पर ले गया घटनास्थल…

जब प्रेमपाल और गांववालों ने महेंद्र सिंह और गुलाम नबी पर दबाव बनाया तो वह उन्हें घटनास्थल पर ले गया. जहाँ परिजनों और गांववालों ने चंद्रपाल सिंह को लाश को बेहद ही बुरी स्थिति में देखा.

जब पुलिस को इस घटना का पता चला तो एसओ धीरज सिंह व बिलारी कोतवाली निरीक्षक राजवीर सिंह दलबल के साथ वहां पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

गरीबी से जूझ रहा था परिवार

मृतक चंद्रपाल सिंह के परिवार में बहुत गरीबी है. उसका कच्चा मकान है, जिसमें कई परिजन रहते हैं. चंद्रपाल सिंह के भाई प्रेमपाल सिंह ने न्यूज़ टैंक्स को बताया कि मेरा भाई बिजली मिस्त्री था. वह और मैं मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे, लेकिन अब वह नहीं रहा.

क्या है परिजनों का आरोप…

युवक के परिजनों ने गांव सीलपुर के दो लोगों (महेंद्र सिंह व गुलाम नवी) पर हत्या कर शव फेकनें का आरोप लगाया है.

मृतक के भाई प्रेमपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका भाई पड़ोसी महेंद्र सिंह के खेत पर लगे निजी नलकूप के निकट ट्रासफार्मर से विघुत लाईन जोड़ने के लिए महेंद्र सिंह और गुलाम नबी के साथ बाईक पर गया था.

उन्होंने कहा कि देर रात तक वह वापस घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गयी. तलाश करने के बाद भी नहीं मिला.

प्रेमपाल ने कहा कि इसके बाद जब मैंने महेंद्र सिंह और गुलाम नबी से अपने भाई के संबंघ में जानकारी की तो उन दोनों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया.

फिर हम बुधवार की सुबह गुलाम नबी के घर पहुंचे तब भी उसने पहले तो कुछ भी बताने से मना कर दिया.

लेकिन बाद में दवाब बनाने पर गुलाम नबी ने बताया कि अवैघ रूप से ट्रासफार्मर से बिजली लाइन जोड़ते समय अचानक बिजली आ गई थी.

इससे करंट लगने से चंद्रपाल सिंह की बुरी तरह झुलस ने कारण मौके पर ही मौत हो गई थी. तब उसके शव को तीसांवा गांव स्थित गन्ने के खेत में ही फेंक दिया था.

खैर, जब परिजन उसे साथ लेकर घटनास्थल गये तो वह मौका पाकर भाग निकला. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

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