एनटी न्यूज़ डेस्क/ मुरादाबाद/शारिक सिद्दीकी
आज भी कुछ लोग लड़की के घरवालों को दहेज के लिए पीड़ित करते रहते है. दहेज लोभी ये लोग लालच में किस हद तक जा सकते है इसकी कल्पना नहीं की जा सकती. दरसल घटित हुआ तजा मामला कुछ यही बयां कर रहा है. जहाँ एक युवक ने अपने ससुराल वालों के साथ झूठ का ड्रामा रचा. इस युवक के फरेब में उसके परिवार वालों ने भी उसका साथ दिया.
ये है मामला…
यह मामला अमरोहा देहात क्षेत्र का है. जहाँ नेत्रपाल सिंह के बेटे सोनू का विवाह सात महीने पहले कुंदरकी थाना क्षेत्र के मिलक बहापुर निवासी कृपाल सिंह की बेटी ममता के साथ हुआ था. शादी में दहेज के तौर पर कृपाल सिंह ने बुलेरो व कई अन्य कीमती समान दिया था.
लेकिन शादी के बाद से ही युवती का पति और ससुराल-जन दहेज में दिए गए समान से खुश नही थे. जिस कारण पति पत्नी में मारपीट होती रहती थी.
29 जनवरी को सोनू अपनी पत्नी ममता के साथ बुलेरो से अपनी सुसराल आया था. लेकिन वह देर शाम तक अपने घर वापस नही लौटा. जिसकी बाद युवक के परिजनों ने कुंदरकी थाने में गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज करायी.
जिसके बाद चार फरवरी तक युवक का सुराग न लगने के चलते युवक के पिता ने अपनी बहू ममता, सुसर कृपाल सिंह, साले राजू व सुनील के खिलाफ युवक का अपहरण कर हत्या करने की आशंका व्यक्त करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था.
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने युवक की बुलेरो उसकी सुसराल से बरामद कर अपने कब्जे में ले ली थी.
29 जनवरी को युवक ने अपनी सुसराल आकर अपनी पत्नी से अपने पिता से प्लाट खरीदने के लिए दस लाख रूपयें की मांग की थी तथा कुछ दिन पहले युवक के ससुराल-जन और दमाद में कहासुनी हो गई थी. युवक की पत्नी ने मारपीट करने के कारण उसके साथ जाने से मना कर दिया था जिसके बाद युवक पैदल ही अलीगढ हाईवें पर पहुंचा और वंहा से अपने घर पहुंच गया था.
झूठा षड़यंत्र रच युवक पंहुचा थाने…
पुलिस युवक के तीन मकान होने के कारण दबिश के दौरान गिरफ्तार नही कर सकी. मंगलवार को युवक अपने पिता के साथ कुंदरकी थाने पहुंचा तो पुलिस ने युवक से पुछताछ की तो युवक ससुराल-जन पर अपहरण करने का आरोप लगाया. लेकिन पुलिस की कड़ी पुछताछ में युवक टुट गया और जो कुछ उसने बताया वह बेहद चौकाने वाला मामला सामने आया.
10 लाख के लिए रचा झूठ का खेल…
युवक ने पुलिस को बताया कि सुसराल वालों से प्लाट लेने के लिए दस लाख रूपयें की मांग की थी लेकिन उन्होने नही दिए.
29 जनवरी को वह अपने घर पहुंचा और अपने चाचा यादराम सिंह व पिता नेत्रपाल सिंह को दस लाख रूपयें की मांग पूरी नही होने की बात बताई तब उसके चाचा और पिता के साथ मिलकर अपहरण कर हत्या करने के झूठे आरोप में ससुराल-जन को फंसा कर दस लाख रूपयें लेकर फैसला करने की योजना बनाई थी.
हालाँकि पुलिस ने ससुराल-जन को झूठे मुकदमे में फंसाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर धोखाधड़ी करने के आरोप पिता नेत्रपाल,चाचा यादराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर युवक को जेल भेज दिया है.
इस पूरे मामले पर पुलिस का क्या कहना है ये भी सुनिए…
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