एनटी न्यूज़ डेस्क / एटा / आरबी द्विवेदी
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा प्रदेश की विधुत व्यवस्था में सुधार के साथ साथ विधुत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की लाख कोशिशें कर रहे हो लेकिन एटा का बिजली विभाग उनके आदेशों की धज्जियॉं उड़ा रहा है। भले ही प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गरीबों को निःशुल्क विधुत कनेक्शन दिये जाने के निर्देश हो लेकिन सरकार की ये योजना अब विभाग के अधिकारियों की ऊपरी कमाई का जरिया बन चुकी है। जिसके चलते चलते सरकार की इन जनता के लिए लाभकारी योजनाओं को किस तरह ये अधिकारी पलीता लगा रहे है इसकी बानगी एक बार फिर एटा में देखने को मिली है।
किदवई नगर का मामला…
शहर कोतवाली क्षेत्र के किदवई नगर की रहने वाली एक गरीब महिला को विधुत कनेक्शन के लिए इसलिए एक महीने से चक्कर लगवाया जा रहा है क्योंकि ये गरीब महिला विभाग के जेई राहुल कुमार द्वारा कनेक्शन के बदले 4 हजार रुपये रिश्वत की मॉंग को पूरी नहीं कर सकी। रिश्वत देने में लाचार महिला जब रुपये न दे सकी तो उसे पिछले एक माह से विधुत कनेक्शन देने के नाम पर विभाग के चक्कर लगवाये जा रहे है।
जब पूरा मामला मीडिया के कमरे में आया तो विभाग में हड़कंप मच गया और मामले को रफा दफा करने की कोशिश की जाने लगी। वही जेई राहुल कुमार के ऊंचे रसूख के चलते विभाग के आला अधिकारी उसके सामने पूरी तरह नतमस्तक नजर आये बताया जाता है कि सत्ता धारी विधायक के नजदीकी भी बताये जाते है जिसके चलते उनके ऊपर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। और जिले के बिजली अधिकारी मामले की जॉंच कराने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आये।
दलालों के सिर फोड़ा ठीकरा…
वहीं इस मामले पर ए. के जैन ( अधीक्षण अभियंता एटा ) से बात की तो उन्होने दलालों के सिर मढ़ दिया देखिये उनका बयान।
अब अगर उनके बयान पर गौर किया जाए तो भी भ्रष्टाचार की जड़े सामने आती है। आखिर सरकारी विभागों के इर्द-गिर्द घूम रहे दलालों को पनाह कौन देता है ? यह भी एक सवाल है जिसका जवाब अतीत से आज तक कोई नहीं दे पाया है।