मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या दौरे के बाद बाढ़ पीड़ितों से मिलने का कार्यक्रम भी किया रद्द

न्यूज़ टैंक्स | देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले अयोध्या दौरा और फिर बाढ़ पीड़ितों से मिलने जाने के कार्यक्रम को रदद कर दिया। अयोध्या में भूमि पूजन की तैयारियो             जयजा लेने जा रहे सीएम ने अयोध्या दौरा रद कर बाढ़ पीड़ितों से मिलने का कार्यक्रम बनाया। लेकिन फिर उसे भी रद्द कर दिया। उत्तर प्रदेश के 12 जिलों बाराबंकी, अयोध्या, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, आजमगढ़, गोंडा, संतकबीर नगर, सीतापुर, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर के 331 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गांवों में बाढ़ पानी से भरने से लोगों का जिना मुहाल हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आधिकारियों ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव राहत पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। राहत आयुक्त संजय गोयल के मुताबिक जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रबंधन और राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ से प्रभावित जिलों में 24 घंटे सातों दिन कंट्रोल रूम चलाया जा रहा है।

बहराइच के कई गांवों में आई बाढ़
कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश, पहाड़ी नदियों नालों से बहकर आने वाले बाढ़ के पानी से भारतीय क्षेत्र की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जिससे मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। नेपाल के पहाड़ी नालों के उफनाने से तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है।
सरयू का जलस्तर बढ़ा
नेपाल बैराज द्वारा छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी और बारिश से सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 108 सेंटीमीटर ऊपर जा पहुंचा। नदी के विकराल रूप से तीन तहसीलों के 70 गांव बाढ़ से घिर गए। यहां की करीब 50000 आबादी प्रभावित हुई है। पूरे दिन डीएम व एसपी समेत तहसीलों के अधिकारी कर्मचारी बाढ़ क्षेत्र में ही मुस्तैद रहे। लोगों को राशन दवा समेत अन्य जरूरत पूरी कराते रहे।

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