चीन की नापाक हरकत, पैंगोंग झील में बढ़ाई सक्रियता

न्यूज़ टैंक्स / लखनऊ

नई दिल्‍ली: चीन से जारी सीमा विवाद के बीच दोनों देशों की सीमा पर हलचल जारी है। चुशूल में कल भारत और चीन के अधिकारियों की बीच 11 घंटों तक मीटिंग हुई। मीटिंग में भारत ने चीन को अप्रैल वाली स्थिती में लौटने की बात कही तो वहीं बातचीत की आड़ में आज चीन अपनी नापाक हरकत भी जारी रखे हुए है। पैंगोंग झील में चीन अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है।

पैंगोंग झील पर एक्‍शन में चीन

खबर है कि चीन ने पैंगोंग झील में अपनी हरकतें बढ़ा दी हैं। सूत्रों के अनुसार चीनी सेना की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी अब पेंगोंग झील की गहराई में उतरने की कोशिश कर रहा है। ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि चीन अब पैंगोंग त्सो के पानी में उतरने के लिए दुनिया की ताज़ा तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए काम में लाई जाती है।
बता दें कि इससे पहले जब से सीमा पर तनाव बढ़ा है, तभी से चीन सेना ने पैंगोंग झील के इलाके पर नज़र बनाई हुई है। चीनी सेना की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ग्राउंड फोर्स हाइस्पीड पेट्रोलिंग क्राफ्ट के जरिए पानी में निगरानी करता है। चीनी सेना निगरानी के लिए स्पेशल तरीके के एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल भी कर रही है, जिनमें Type 305, Type 928D बोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

चीन ने बनाए बैरक

पैंगॉन्ग झील के पास तापमान-10 डिग्री तक पहुंचना शुरू हो चुका है। ऐसे में चीन ने इसके पास अपनी सीमा पर ऐसे बैरक तैयार किए हैं, जहां उसकी पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों को गर्म रखा जा सके। कुछ दिन पहले ही चीनी मीडिया में इन बैरकों के बारे में रिपोर्ट्स सामने आई थीं। पैंगॉन्ग झील और स्पांगुर झील में झड़प की जगहों से करीब 100 किमी दूर नए बैरक हैं जो पिछले साल 2019 से निर्माणाधीन हैं। इनके अलावा सैटलाइट तस्वीरों में सोलर पैनल भी देखे जा सकते हैं। सैटैलाइट तस्वीरों से होटान एयरबेस पर भी कुछ नए लड़ाकू विमान भी देखे जा सकते हैं।

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