पीएनबी घोटाला : नीरव मोदी का ठिकाना पता करने में जुटी सीबीआई, मांगी इंटरपोल की मदद 

एनटी न्यूज डेस्क/ पीएनबी स्कैम 
देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले ‘ पीएनबी घोटाले’ के आरोपी हीरा व्यापारी नीरव मोदी के ठिकाने का पता लगाने के लिए सीबीआई ने इंटरपोल की मदद मांगी है।
आईएएनएस की खबर के मुताबिक़ सीबीआई ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी और बिजनेस पार्टनर मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल डिफ्यूजन नोटिस जारी किया है।
PC : nirav modi webiste
बता दें कि इंटरपोल डिफ्यूजन नोटिस का इस्तेमाल अन्य देशों में छिपे किसी शख्स का पता लगाने के लिए किया जाता है। बता दें कि नीरव मोदी पर सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 11,515 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।

29 जनवरी को जारी हुआ था लुकआउट नोटिस 

गौरतलब है कि नीरव मोदी और उसके सहयोगियों के खिलाफ बीती 29 जनवरी को सीबीआई की ओर से  लुकआउट नोटिस जारी किया गया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी से पहले ही वह देश छोड़कर फरार हो गया।

नीरव मोदी को बख्शा नहीं जाएगा

पीएनबी में 1.8 अरब डालर का घपला उजागर होने के बाद बैंक के बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुनील मेहता ने कहा कि इस धोखाधड़ी में शामिल किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम स्वच्छ बैंकिंग के लिए जाने जाते हैं। धोखाधड़ी 2011 में शुरू हुई। जैसे ही हमें पता चला, हमने तुरंत नियामकीय व कानून को लागू करने वाली एजेंसियों को इसकी जानकारी दी।

ईडी ने की छापेमारी 

बता दें कि नीरव मोदी के विदेश फरार हो जाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव के मुंबई, सूरत और नई दिल्ली स्थित दफ्तरों, शोरूम और वर्कशॉप पर छापेमारी की। फोर्ब्स इंडिया की 2013 की अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल नीरव मोदी को पत्रिका ने तीसरी पीढ़ी के हीरे का कारोबारी बताया है।
नीरव मोदी का पालन-पोषण बेल्जियम में हुआ और व्हार्टन से निकाले जाने पर 1990 में वह भारत आया।  जिसके बाद वह दिल्ली, मुंबई, न्यूयार्क, हांगकांग, लंदन और मकाऊ में 16 स्टोर के साथ मार्केट का बड़ा ब्रांड बन गया।