राज्यसभा चुनाव : राजद और कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों ने दाखिल किया पर्चा

एनटी न्यूज़ डेस्क/ राजनीति

बिहार में राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार मनोज झा और अश्फाक करीम ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया. चुनाव 23 मार्च को होगा. अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी. राजद ने रविवार को उनके नामों की घोषणा की थी. मनोज झा दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर होने के साथ साथ राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. अशफाक करीम बिहार के कटिहार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रबंध निदेशक हैं.

कांग्रेस और राजद साथ में करेंगे पर्चा दाखिल

राजद की राज्य इकाई के अध्यक्ष राम चंद्र पुरवे ने कहा कि झा और करीम दोनों को ही पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा चुना गया है. लालू फिलहाल चारा घोटाले के दो मामलों में रांची की जेल में बंद हैं.

राजद की सहयोगी कांग्रेस के उम्मीदवार अखिलेश सिंह भी सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. वह केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. सोमवार राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है.

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और उसकी सहयोगी जनता दल-युनाइटेड के उम्मीदवार वशिष्ठ नारायण सिंह एवं व्यावसायी महेंद्र प्रसाद भी अपने अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. महेंद्र प्रसाद को किंग महेंद्र के नाम से भी जाना जाता है.

राज्यसभा के लिए टीआरएस ने किया भी नामांकन

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी.

पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने जोगिनापल्ली संतोष कुमार, बांदा प्रकाश मुदीराज और बादुगुला लिंगैया यादव को बतौर उम्मीदवार नामित किया.

उन्होंने रविवार को यहां तेलंगाना भवन (टीआरएस मुख्यालय) में टीआरएस विधानमंडल दल की पार्टी बैठक में तीनों उम्मीदवारों को औपचारिक रूप से पार्टी के सांसदों, विधायकों और विधानपरिषद के सदस्यों से मिलाया.

संतोष मुख्यमंत्री के भतीजे हैं जबकि दो अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं.  यह तीनों अपना नामांकन सोमवार को दाखिल करेंगे.

कांग्रेस के उम्मीदवार भी भरेंगे पर्चा

कांग्रेस अगर अपने उम्मीदवार पी. बालाराम नाईक का नाम वापिस नहीं लेती है तो तीन सीटों के लिए चुनाव 23 मार्च को होगा.

टीआरएस के पास 90 विधायक हैं जिसमें अन्य पार्टियों से आए नेता भी शामिल हैं. मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के पास सात विधायक हैं और उसने भी राज्यसभा चुनाव में टीआरएस को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. टीआरएस तीनों सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त है.

कांग्रेस के पास केवल 13 विधायक हैं लेकिन उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री नाईक को अपने उम्मीदवार के रूप में उतारा है.