भारतीय सेना की सख्ती से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने हिन्दू, नवषर्ष गुड़ी पड़वा पर जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के देवता सारगलून गांव में अकारण भारी गोलाबारी की. चार घंटे की गोलाबारी के दौरान एक गोला एक मकान पर गोला गिरा, जिसकी चपेट में आने से मोहम्मद रमजान, उसकी पत्नी और तीन बच्चों की मौत हो गई.
गंभीर रूप से घायल दो बेटियों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर जम्मू लाया गया है. वहीं बालाकोट सेक्टर की अग्रिम चौकियों में पाकिस्तानी फायरिंग से पांच जवान घायल हो गए. भारतीय जवानों ने हिमाकत का जोरदार और प्रभावी जवाब दिया है.
एक ही परिवार के पांच मरे
#WATCH: Pakistan violates ceasefire in Balakote sector. #JammuAndKashmir (earlier visuals) pic.twitter.com/02lvon6MkM
— ANI (@ANI) March 18, 2018
सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि पाकिस्तान कायराना तरीके से निदरेषों को निशाना बना रहा है. सीमा पार से रविवार सुबह 7.45 बजे 80 और 120 एमएम के मोर्टारों से गोलाबारी शुरू हुई, जो 11.30 बजे थमी.
एक गोला नियंत्रण रेखा से करीब चार किलोमीटर दूर स्थित देवता सारगलून गांव में चौधरी मोहम्मद रमजान (35) के कच्चे घर पर आ गिरा.
इसमें पोर्टर का काम करने वाले रमजान, उनकी पत्नी मलिका बी (32), बेटे अब्दुल रहमान (14), मो. रिजवान (12) व रजाक रमजान (7) की मौत हो गई.
क्या बोलीं महबूबा मुफ़्ती
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने निर्दोषों की मौत पर संवेदना जताते हुए कहा, इन मौतों से शांति की जरूरत बढ़ी है. यदि हम राज्य के लोगों को बचाना चाहते हैं तो एकमात्र तरीका पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई शांति की पहल को आगे बढ़ाना है. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उसी दिशा में कदम बढ़ाए थे, लेकिन पठानकोट आतंकी हमले ने उसे पटरी से उतार दिया.
Jammu & Kashmir: Indian Air Force evacuated two children from Rajouri following ceasefire violation by Pakistan in Balakot sector today. The children were admitted to a hospital in Jammu. pic.twitter.com/7uIO48FzB2
— ANI (@ANI) March 18, 2018
पिछले माह चार जवान हुए शहीद
पाकिस्तानी सेना ने चार फरवरी को राजौरी जिले के भिंबर गली सेक्टर में भारी गोलीबारी की थी. इसमें सेना के कैप्टन कपिल कुंडू, हवलदार रोशल लाल, राइफलमैन शुभम सिंह और राइफलमैन राम अवतार शहीद हो गए थे.
इस साल 160 बार तोड़ा संघर्ष विराम
पाकिस्तानी सेना ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम समझौते की धज्जियां उड़ा रखी हैं. 2017 में 860 से अधिक बार संघर्ष विराम तोड़ा तो इस साल ढाई माह में ही 160 से ज्यादा बार फायरिंग कर चुका है.