एनटी न्यूज़ डेस्क/ बयानबाजी
आधार को लेकर सरकार की आलोचना करने वालों पर तंज कसते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने कहा है कि अमेरिकी वीजा पाने के लिए लोग एक श्वेत आदमी के सामने नग्न हो जाते हैं, लेकिन उनकी ही सरकार जब कुछ बुनियादी जानकारियां मांगती है तो निजता का रोना रोने लगते हैं.
‘आधार’ पर विवादित बोल
केरल सरकार द्वारा आयोजित ग्लोबल डिजिटल समिट को संबोधित करते हुए कन्ननथनम ने कहा, ‘अमेरिकी वीजा पाने के लिए आप 10 पेज की ऐसी जानकारियां दे देते हैं, जो आप अपनी पत्नी या पति के सामने भी कभी कुबूल नहीं करते, लेकिन एक श्वेत व्यक्ति को प्रदान कर देते हैं.’
उन्होंने कहा कि हमें अपने फिंगरप्रिंट देने और आंखों की पुतलियों की स्कैनिंग कराने, यहां तक कि एक श्वेत आदमी के सामने नग्न होने में भी कतई कोई समस्या नहीं होती, लेकिन जब आपकी अपनी भारत सरकार आपका नाम, आपका पता पूछती है और कोई जानकारी नहीं मांगती..देश में व्यापक क्रांति हो जाती है.. कहा जाता है कि यह व्यक्ति की निजता में घुसपैठ है. अब सुप्रीम कोर्ट को ही फैसला करने दीजिए.’
मंत्री ने लोगों से किया सवाल
कन्ननथनम ने आगे सवाल किया, ‘आज आधार के लिए क्या जानकारियां एकत्रित की जाती हैं. आपका नाम और पता. आपको अपनी ईमेल आइडी भी नहीं देनी होती जो अब हर कोई मांगता है.’
कन्ननथनम ने कहा कि फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतलियों के आंकड़े यूआइडीएआइ के पास पूरी तरह सुरक्षित रखे हैं. पिछले साढ़े तीन साल में किसी भी आधारकार्ड धारक का बायोमीटिक डाटा लीक नहीं हुआ है.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
बता दें कि अल्फोंस कन्ननथनम पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं. जब देशभर में बीफ खाने पर प्रतिबंध की चर्चा चल रही थी तब उन्होंने कहा था कि केरल, नगालैंड और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों को बीफ पर प्रतिबंध से मुक्त रखना चाहिए.
इसी तरह जब पेट्रोलियम पदार्थो की मूल्य वृद्धि पर हंगामा मचा तो उनका कहना था कि जो लोग कार या बाइक रखते हैं वे भूखे नहीं मर रहे लिहाजा उन्हें मूल्य वृद्धि वहन करनी चाहिए. हालांकि उन्होंने अपने बयानों पर बाद में सफाई भी दी थी.