एनटी न्यूज़ डेस्क / बलिया / अरविन्द कश्यप
देश भर में जहाँ ट्रिपल तलाक के लिए कानून पारित होने को लेकर राजनीति हो रही है तो वहीं महिला सुरक्षा और अधिकार को लेकर अभिशाप बन चुका तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के ज़िंदगी को किस तरह बर्बाद कर रहा है, बलिया जिले की ये घटना इसका तात्कालिक उदहारण है.
मोबाइल फोन से तलाक…
यूपी के बलिया जनपद में एक मुस्लिम महिला को उसके पति ने मोबाइल से तीन तलाक दे दिया. मोबाइल, वाट्सएप, ईमेल ऐसे ही अनेक प्रकार के जनसंचार साधनों के द्वारा तीन तलाक देने का एक नया ट्रेड बन चुका है.
निकाह से तीन तलाक तक…
पीड़ित महिला के मुताबिक़ इंडियन एयरफोर्स में नौकरी करने वाले उसके शौहर का किसी लड़की से सम्बन्ध है. दरअसल बलिया जनपद में बैरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली शगूफा खातून ने अपने पति पर मोबाइल से तीन तलाक देने का आरोप लगाया है. मिली जानकारी के अनुशार शगूफा की शादी 12 अप्रैल 2016 को घोड़हरा गावं में हुई.
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इंडियन एयरफ़ोर्स का जवान…
इंडियन एयरफोर्स के बागडोगरा यूनिट में तैनात उसके शौहर जावेद इकबाल ने एक साल तक शगूफा के साथ हँसी खुशी ज़िंदगी बिताई. फिर अचानक जावेद दहेज़ में और ज्यादा रकम की मांग करने लगा.
उसी दौरान उसने एक लड़की का फोटो दिखा कर उससे शादी करने की धमकी भी देने लगा. शगूफा के मुताबिक़ उसके पति ने मुस्लिम पर्सनल लॉ के आधार पर पांच सौ रूपये के चेक के साथ एक तलाकनामा भेजा और फिर मोबाइल से फोन कर तीन तलाक बोलकर उसके ज़िंदगी को तबाह और बर्बाद कर दिया.
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आसुओं के सैलाब में डूबे शगूफा के परिजन…
व्हाटसएप, फेसबुक और मोबाइल से तलाक देने के किस्से शगूफा के परिवार ने सुने थे पर जब शगूफा के पति ने उसे मोबाइल पर तीन तलाक दिया तो शगूफा के परिवार वालों के होश उड़ गए.
शगूफा के परिजनों का आरोप है कि लड़के के ससुराल वालों ने दहेज़ के लालच और दूसरी लड़की से शादी करने की साजिश कर शगूफा की जिंदगी को बर्बाद कर दिया.
शगूफा के बड़े पिता का कहना है कि मोबाइल से तीन तलाक मान्य नहीं है और लड़के पक्ष द्वारा जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से तलाकनामा भेजा वो भी झूठा है.
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पीएम और सीएम से लगायी न्याय की गुहार…
आसुओं के सैलाब में डूबे शगूफा के परिजन अब प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से न्याय की गुहार लगाई है. वही पुलिस से इस मामले में एफआईआर दर्ज़ कराने के लिए परिजन दुबहड़ थाने पहुंचे तो पुलिस ने पीड़ित परिवार को थाने से भगा दिया और कोई कानूनी कार्रवाई नही की.
ससुर का भी नही मिला साथ…
तीन तलाक का दंश झेल रही शगूफा अपने मायके में रहने को मज़बूर है, और न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रही है. हालांकि शगूफा ने इस माले को लेकर बलिया कोर्ट में भी एक मुकदमा दायर किया है. वही शगूफा के ससुर डा० इकबाल का कहना है कि उनका बेटा शगूफा से शादी के लिए राजी नहीं था पर परिवार के दबाव में उसने शादी कर ली. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तहत हसना के जरिये उनके बेटे ने तलाक लिया है.
(यह खबर हमारे यहाँ इंटर्न कर रहे पत्रकारिता के छात्र राहुल तिवारी ने सम्पादित की है.)
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