एनटी न्यूज़ डेस्क / दिल्ली / अविनाश त्रिपाठी
आम आदमी पार्टी ने अपने लीगल सेल के जेनरल सेक्रेटरी अमित यादव को सिर्फ़ इस वजह से पद से बेदख़ल कर दिया कि वो पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के एक केस की सुनवाई में बतौर उनके वकील उपस्थित हुए। ग़ौरतलब है कि कुमार विश्वास पर आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार से संबंधित कई केस लंबित हैं जिनमें से एक में गत 24 तारीख़ को कुमार विश्वास बरी ही गए।
अमित यादव एडवोकेट…
इस केस में पार्टी की तरफ़ से कोई वकील उपलब्ध न कराए जाने पर विश्वास ने निजी स्तर पर एडवोकेट अमित यादव को इस केस की पैरवी के लिए नियुक्त किया था। इस केस को जीतने के बाद विश्वास ने एक ट्वीट भी किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘कई कायर केस छोड़ कर भाग गए लेकिन मैं निजी वकील कर के केस लड़ रहा हूँ और एक केस में बरी हुआ हूँ’
Acquitted in one of the cases related to AAP Delhi assembly election campaign👍. I had engaged my personal lawyers for the same. Dozens of other political cases going on. Cowards left the battle filed but Let the fight and the fire continue. Jai Hind ❤️🇮🇳🙏
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 26, 2018
लड़ाई रहेगी जारी…
विश्वास ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि ऐसे दर्ज़नों राजनैतिक केस मेरे ऊपर हैं और यह लड़ाई जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि मुक़दमे में भी विश्वास अभियुक्त हैं और अरविंद केजरीवाल एवं अन्य सभी सह-अभियुक्तों द्वारा माफ़ी मांग लिए जाने के बाद कुमार विश्वास इस मामले में अकेले अभियुक्त बचे हैं।
इसके अलावा दिल्ली एवं अमेठी में आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार समेत कई मुक़दमे विश्वास लड़ रहे हैं। पिछले दिनों पार्टी में क़द घटाए जाने के क्रम में पार्टी ने विश्वास को किसी भी तरह की कानूनी मदद देने से मना कर दिया था। इसका ज़िक्र भी विश्वास ने अपने एक ट्वीट में किया था।
तो क्या कुमार से नफरत करती है आप….
विश्वास के करीबी सूत्रों का कहना है कि इस तरह से पार्टी द्वारा पल्ला झाड़ लिए जाने के बाद एडवोकेट अमित यादव समेत कई वकीलों ने निजी स्तर पर विश्वास के मुक़दमे लड़ने के लिए सम्पर्क किया था। विश्वास ने अधिकतर केसों में अमित यादव को अपना वकील नियुक्त किया था जिसमें अरुण जेटली का मानहानि मुकदमा भी शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि जब से अमित यादव ने निजी स्तर पर विश्वास की पैरवी करने की हामी भरी, तब से ही पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों और वकीलों के सुर अमित यादव के प्रति बदले हुए नज़र आ रहे थे और कई मौक़ों पर उन्हें यह संकेत दिया गया था कि यदि वो विश्वास का केस लड़े, तो उन्हें भी पार्टी की तरफ़ से दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
अंततः शुक्रवार को पार्टी ने अमित यादव को पार्टी के लीगल सेल के जनरल सेक्रेटरी पद से हटा दिया गया। इससे पार्टी की तरफ़ से एक बार फिर साफ़ संकेत दे दिया गया है कि पार्टी सुप्रीमो केजरीवाल कुमार विश्वास से दूरी बनाए रखना चाहते हैं और इसलिए पार्टी पदाधिकारी भी यह दूरी बनाए रखें।
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