एनटी न्यूज़ डेस्क/ राजनीति
गुजरात विधानसभा बुधवार को शर्मसार हो गई. प्रश्नकाल के दौरान सदन में कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच पहले तो हाथापाई हुई और इसके बाद जमकर लात-घूंसे चले. दूसरी तरफ, कांग्रेस विधायक ने माइक तोड़कर भाजपा विधायक पर हमला कर दिया.
विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात और अमरीश डेर को तीन वर्षो के लिए सदन से निलंबित कर दिया है. इसके अलावा कांग्रेस के ही बलदेवजी ठाकोर को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है. त्रिवेदी ने तीनों निलंबित विधायकों के निलंबित अवधि के दौरान विधानसभा परिसर में प्रवेश पर भी रोक लगा दी है.
सवाल पूछने के दौरान हुई झड़प
इस समय गुजरात विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सुबह प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछने को लेकर कांग्रेस और भाजपा विधायक आपस में भिड़ गए.
दोनों दलों के विधायकों ने सदन में खड़े होकर एक-दूसरे को जमकर गालियां दीं और लात-घूंसे चलाए. घटना के बाद सदन की कार्रवाई 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.
इससे पहले कांग्रेस विधायक विक्रम माडम और अमरीश डेर ने शून्यकाल में चर्चा की मांग की. इसे विधानसभा अध्यक्ष ने यह कहकर इन्कार कर दिया कि शून्यकाल में चर्चा कराने का कोई प्रावधान ही नहीं है. इस पर सदन में गरमा-गरमी होने लगी. विपक्षी विधायक तैश में आ गए.
क्या है कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के विधायक जगदीश पांचाल ने कांग्रेस के विधायकों को गालियां दीं. इससे आवेश में आकर कांग्रेस के प्रताप दुधात ने माइक तोड़कर उन पर हमला किया. इससे मामला और बिगड़ गया.
कांग्रेस का आरोप है कि सदन के बाहर भाजपा के कुछ विधायकों ने मिलकर कांग्रेस के विधायक अमरीश डेर को पीटा. कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज करवाई है.
नितिन पटेल ने की आलोचना
राज्य के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने इसकी आलोचना करते हुए पत्रकारों से कहा कि विधानसभा में इस प्रकार की शर्मनाक घटना किसी राज्य में नहीं हुई है.
पटेल ने अध्यक्ष से विधानसभा की रिकॉर्डिग और सीसीटीवी फुटेज मीडिया के सामने लाने की अपील की है, ताकि देश की जनता कांग्रेस विधायकों का दुष्कृत्य देख सके.