देवरिया बालिका गृह कांड की सख्ती से हो CBI जांच: योगी आदित्यनाथ

एनटी डेस्क न्यूज/श्रवण शर्मा/लखनऊ

देवरिया शेल्टर होम कांड को बेहद गंभीर मामला मानते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर शाम को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘देवरिया की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी गंभीरता को देखते हुए दोपहर में बैठक की थी. बालिकाओं के बयान और अन्य स्थितियों को देखते हुए मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ही इसे सीबीआई को भेजने का निर्णय किया गया है.’

जिलाधिकारी की बड़ी चूक

देवरिया प्रकरण में शासन को मंगलवार शाम को सौंपी रिपोर्ट को आधार बनाते हुए योगी ने कहा कि 2017 में सरकार ने शेल्टर होम चलाने वाली संस्था की मान्यता को समाप्त कर जिला प्रशासन को इस संस्था को बंद करने और बच्चों को अन्य संस्थाओं में ले जाने का आदेश किया था. लेकिन जिला प्रशासन ने नियत समय पर कार्रवाई नहीं की. इस बात को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी को हटाया गया और उन्हें आरोपपत्र जारी किया जा रहा है.

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एसआईटी का गठन

योगी ने कहा कि पिछली सरकारों ने बड़ी उदारता से इस संस्था को अनुदान दिया. पिछली सरकारों के कृपापात्र वे लोग थे, जिनकी कभी ना कभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संलिप्ततता रही होगी. लापरवाही को देखते हुए जो भी जिम्मेदार हो . दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए.

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इसलिए तय किया है कि पूरे प्रकरण को सीबीआई को सौंपेंगे. साथ ही इस दौरान साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ ना हो, इस दृष्टि से डीजीपी क्राइम के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया जा रहा है .

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जानें पूरा प्रकरण

बिहार के मुजफ्फरपुर में 34 बच्चियों के नृशंसता से किए गए बलात्कार की खबर ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि इसी तर्ज पर देवरिया स्थित बालिका गृह में बच्चियों के बलात्कार का मामला सामने आया है। इस मामले का खुलासा कल रविवार 5 अगस्त की रात उस समय हुआ, जब बालिका गृह से भागकर एक बच्ची महिला थाने पहुंची।

बच्ची की शिकायत के बाद एसपी के निर्देश पर संस्था से 24 बच्चों व महिलाओं को मुक्त कराते हुए उसे सील कर दिया गया है। साथ ही मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बालिका गृह की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, पति मोहन त्रिपाठी समेत उसके अध्यापक बेटे, अधीक्षक को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

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