नकली दवा फैक्ट्री में बन रही थी जीवन रक्षक दवाएं, छापेमारी हुई तो उड़ गये होश 

एनटी न्यूज डेस्क/ मुरादाबाद 
मुरादाबाद के गलशहीद थाना क्षेत्र में शुक्रवार को प्रशासन और ड्रग्स विभाग की टीम ने एक नकली दवा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। डीके फार्मा नाम की इस दवा फैक्ट्री में जब टीम ने छापेमारी की तो छापामार टीम के भी होश उड़ गए।
फैक्ट्री में बड़ी संख्या में दवाइयों का निर्माण किया जा रहा था। दो दर्जन से ज्यादा महिलायें और पुरुष दवाई बनाने के काम में जुटे थे। फैक्ट्री में लाखों की तादात में गोलियां, कैपशूल ओर पाउडर मशीनों से तैयार किया जा रहा था।

नामी कंपनियों के रैपर बरामद 

पुलिस, प्रशासन और ड्रग्स विभाग की टीम को फैक्ट्री से दर्जनों नामी कम्पनियों के रैपर ओर होलोग्राम भी मिले है। डीके फार्मा नाम की इस दवा फैक्ट्री को अधोमानक मानते हुए ड्रग्स विभाग ने तीन महीने पहले  इसका लाइसेंस निरस्त कर दिया था लेकिन फैक्ट्री मालिक ने प्रशासन के आदेश को दरकिनार कर दवाइयां बनाने का काम जारी रखा।

5 ड्रग इंस्पेक्टरों ने की थीं छापेमारी 

मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को मुरादाबाद मंडल के पांच जिलों के ड्रग्स इंस्पेक्टरों ने फैक्ट्री में छापा मारा और दवाइयों का जखीरा बरामद कर लिया। फैक्ट्री में मौजूद दस्तावेज के बाद ड्रग्स विभाग को दवाइयों के पश्चिमी यूपी के कई जिलों में सप्लाई करने की जानकारी मिली है।
जिसके बाद अलीगढ़, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, आगरा जनपद के प्रशासन को सूचित कर बाजार में उपलब्ध दवाइयों को बरामद करने को कहा है। ड्रग्स विभाग ने फैक्ट्री में बनी सभी दवाइयों, कच्चे माल, तैयार दवाइयों को कब्जे में ले लिया है। फैक्ट्री में मिली दवाइयों को नकली माना जा रहा है और फैक्ट्री में मौजूद पांच दवाइयों के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए है।

फैक्ट्री को कर दिया सीज

बरामद दवाइयों में कई दवाइया जीवनरक्षक भी थी। सहायक आयुक्त औषधि नियंत्रक का कहना है कि प्रथम दृष्टया दवाइयां संदिग्ध पायी गयी हैं और इनको बनाने में मानकों का पालन नहीं किया गया है। भारी संख्या में दवाइयाँ बरामद होने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने दोषी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं और फैक्ट्री को सीज कर दिया है।

सहायक आयुक्त आरपी पांडे और अपर नगर मजिस्ट्रेट रामजी लाल की बाइट :

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