एसपी ने सुरक्षा न देकर मुझसे की बदतमीजी : बीजेपी विधायक

एनटी न्यूज़ डेस्क / हरदोई / आशीष सिंह

बीजेपी विधायकों को इंटरनेशनल नम्बर से धमकी मिलने के मामले में जैसे ही ये खुलासा हुआ कि विधायकों को दाऊद इब्राहिम का ख़ास आदमी धमकी दे रहा है और फिरौती की मांग कर रहा है उसके बाद बीजेपी विधायक का अपने ही प्रशासन से भरोसा उठ गया. पुलिस की सुरक्षा को दरकिनार कर विधायक ने इंटरनेशनल डॉन से खुद ही लड़ने का फैसला कर लिया. दर्जनों असलहा धारियों को अपने साथ रखना शुरू कर दिया. हालंकि जिले में इन दिनों धारा 144 लागू है इसके बावजूद विधायक असलहा प्रदर्शन करते और एसपी हरदोई को कोसते नज़र आ रहे है.

गोपामऊ विधायक किया सुरक्षा का इंतजाम…

जरा इन तस्वीरों को गौर से देखिए तमाम असलहाधारी लोगों के साथ घिरे हुए यह गोपामऊ के बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश है जिनको 3 दिन पहले इंटरनेशनल कॉल के द्वारा अली बुदेश भाई के नाम से धमकी भरे मैसेज प्राप्त हुए थे. जिसके बाद विधायक श्याम प्रकाश ने अपनी ही सरकार के पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए अपने घर पर निजी असलहाधारीयो की तैनाती की है.

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बीजेपी विधायक का दावा है कि उन्हें सरकार से ज्यादा अपनी सुरक्षा पर अपने लोगों द्वारा दी गयी सुरक्षा पर भरोसा है. उनके मुताबिक दिनांक 21 मई 18 को उनके मोबाइल नंबर पर अली बुदेश भाई का धमकी भरा मैसेज मिला. जिसमें उनसे दस लाख की फिरौती मांगी गयी. फिरौती ना देने पर उनको और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या की धमकी भी दी गयी. उन्होंने बताया कि उस समय वह जनपद के बाहर थे और उक्त धमकी को संज्ञान में लेते हुए उनके पुत्र रवि प्रकाश ने पुलिस अधीक्षक जी को प्रार्थना पत्र दिया. जिस पर शहर कोतवाली में FIR दर्ज हुई.

इसलिए उठाया यह कदम…

विधायक ने बताया कि FIR दर्ज होने और इतना गंभीर प्रकरण अंतरराष्ट्रीय डॉन से जुड़ा होने के बाद भी पुलिस अधीक्षक ने उनके घर सुरक्षा का कोई इंतजाम नही किया. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार की कोई व्यवस्था नहीं की तीन दिनों तक मेरे परिवार के लोग भय और आतंक में यहाँ रहे. एसपी हरदोई विपिन मिश्रा ने मुझे सुरक्षा मुहैया कराने की जगह मुझ से अभद्रता की, फोन पर बदतमीजी की.

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विधायक श्याम प्रकाश ने अपनी ही सरकार के पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए अपने घर पर निजी असलहा धारीयो की तैनाती की है और इन्ही के सहारे अब वो इंटरनेशल डॉन से आमना-सामना करने की बात कह रहे है. बीजेपी विधायक का दावा है कि उन्हें सरकार से ज्यादा अपनी सुरक्षा पर अपने लोगों की सुरक्षा पर भरोसा है.

उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक हरदोई का फोन पर मेरे साथ गलत तरीके से पेश आना, एक गंभीर प्रकरण की गंभीरता का संज्ञान ना लेना, मेरी तथा मेरे परिवार की सुरक्षा व्यवस्था ना करना, अपने पद और दायित्व का उचित निर्वहन ना करना, अत्यंत निंदनीय एवं चिंताजनक है. पुलिस अधीक्षक द्वारा सुरक्षा न दिए जाने पर मेरे साथियों व सहयोगी अपने शस्त्रों के साथ मेरी तथा मेरे परिवार की सुरक्षा में तैनात हैं.

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अब सवाल ये की जब सत्ताधारी पार्टी के विधायक का भरोसा ही अपनी पुलिस पर नहीं रहा तो जनता ऐसी पुलिसिंग पर कैसे भरोसा कर ले और जो पुलिस नागरिक सुरक्षा की बात करती हो वो जब सरकार के जनप्रतिनिधि को ही सुरक्षा के मामले में मुतमइन नहीं कर पा रही है तो ऐसी पुलिस जनता की सुरक्षा की गारंटी क्या ख़ाक ले पायेगी.

विधायक की तरह जनता भी खुद की सुरक्षा के लिए क्या अब असलहे उठाएगी और हर गली और चौराहों पर क्या कानून धारा 144 तार तार होती नज़र आयेगी ?

 इन सवालों का जवाब किसी भी ज़िम्मेदार के पास नहीं है!