एनटी न्यूज़ डेस्क / महोबा / हम्माद अहमद
चैत्र नवरात्रि एवं हिन्दू नववर्ष 2075 विक्रमसंवत को भव्य रूप से मनाते हुये महोबा में युवतियों और महिलाओं ने भगवामय वस्त्र पहन कर बाईक रैली निकाली. जब यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से निकली तो लोग महिलाओं के जोश और उत्साह को देखकर फूलों की वर्षा करने लगे. तो वहीं पीएम मोदी से सीख लेते हुये गंगा जमुनी तहज़ीब को लेकर महिलाओं ने अज़ान की आवाज़ सुन रैली में चल रहे डीजे और जय श्री राम के नारों को बन्द कर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल पेश की.
यहाँ से निकली रैली…
महोबा शहर के तहसील चौराहे पर स्थित संकट मोचन हनुमान मन्दिर पर देर शाम हिन्दू नव वर्ष को भव्य और आकर्षक रूप से मनाया गया.
नफ़रत के इस दौर में ‘बिस्मिल्लाह’ से शुरू हुई पहली ‘रामायण’ मजहबी दूरियां जरूर पाटेगी
भगवा परिधान में महिलाएं सिर पर सेहरा बांधकर जय श्री राम के नारे लगती हुयी गली ओर चौराहों से गुजरी तो लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया. महिलाओं और युवतियों की आकर्षक ड्रेस देख सभी दाँतों तले उँगली दबाने को मजबूर हो गये.
बाईक में सवार महिलाओं ने बताया कि हम इस रैली के माध्यम से महिलाओं को हिन्दु संस्कृति और सभ्यता के प्रति जागरूक कर है. जिससे देश मे महिला सशक्तिकरण को बल मिल सके.
हिन्दू-मुस्लिम एकता का सन्देश…
इस रैली में हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल भी उस समय देखने को मिली जब जय श्रीराम के उदघोषों के बीच रैली ऊदल चौक पहुँची. इसी दौरान अजान की आवाज़ सुन हिन्दू युवतियों ने न केवल रैली का डीजे बन्द करा दिया बल्कि जयकारे भी बन्द कर दिए.
रैली के इस संदेश का मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दिल से स्वागत किया.
सृष्टि की रचना का दिन, भारतीय नव वर्ष है बहुत ख़ास
रैली का उद्देश्य हुआ सफल…
इस रैली के माध्यम से हिन्दू नववर्ष और महिला सशक्तिकरण के सन्देश के साथ आपसी सौहार्द का भी सन्देश दिया गया. मस्जिद के पास से निकल रहे जुलुस ने अजान पर एहतराम कर डीजे को बंद करा दिया और अजान समाप्त होने पर महिलाओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए.
एकता और भाईचारे की इस पेशकश को देखकर मुस्लिम भी इसके कायल हो गये और जुलुस की प्रशंसा करते हुए सहयोग की बात कही.
त्वरित टिप्पणी : उम्मीदों के ताने बाने पर ‘एक साल, नई मिसाल’ वाली योगी सरकार