राहुल ने भाजपा-कांग्रेस की लड़ाई को कौरव-पांडव की लड़ाई बताया, ये हैं भाषण के मुख्य अंश

सियासी महाभारत में भाजपा को कौरव और कांग्रेस को पांडव का प्रतीक बताकर राहुल गांधी ने 2019 के चुनावी संग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने का बिगुल बजा दिया है. राहुल ने कहा, कौरवों की तरह भाजपा सत्ता की लड़ाई लड़ने के लिए ही बनी है जबकि सत्य के लिए संघर्ष करना कांग्रेस की बुनियाद है. भाजपा एक संगठन तो कांग्रेस देश की आवाज है.

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राहुल गांधी ने अपने भाषण में महाभारत के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, ‘आज भी कुरुक्षेत्र की तरह देश के सामने सवाल है कि उसे झूठ के साथ जीना है या सच्चाई का सामना करना है.‘

प्रधानमंत्री पर तीखे वार के साथ उन्होंने किसानों, युवाओं और आर्थिक विकास की वैकल्पिक रूपरेखा पेश कर डरे बिना मुकाबला करने का एलान किया. रविवार को राहुल के संबोधन के साथ ही उनके नेतृत्व में पहला महाधिवेशन समाप्त हो गया.

सत्ता नहीं सत्य की ताकत है

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,कौरवों की तरह भाजपा भी सत्ता के नशे में चूर है, जबकि कांग्रेस पांडवों की तरह विनम्र है. हमारे पास सत्ता की नहीं सत्य की ताकत है. इसीलिए हत्या के आरोपी को भी भाजपा अध्यक्ष बना दे तो स्वीकार कर लिया जाता है, लेकिन, कांग्रेस का कोई ऐसा कदम देश स्वीकार नहीं करेगा और हमें दंडित करेगा.

राहुल ने स्वीकारी संप्रग सरकार की गलतियाँ

संप्रग सरकार के आखिरी कुछ वर्षो में गलतियों की बात स्वीकारते हुए राहुल ने कहा कि हमने लोगों की उम्मीद तोड़ी, तो जनता ने हमें इसकी सजा दी.

कांग्रेस अपनी गलती को कबूल कर सुधार करने के लिए तैयार हो जाती है, मगर भाजपा किसी सूरत में खुद को गलत नहीं मानती.

नोटबंदी इसका उदाहरण है, जिसे पूरे विश्व में गलत फैसला बताया गया. लेकिन भाजपा यह मानने को तैयार नहीं है. राहुल ने कहा कि सत्ता चाहे कितनी भी शक्तिशाली हो कांग्रेस शेरों का संगठन है. वह नहीं डरेगी.

किसानों का कर्ज माफ करेंगे

अगले चुनाव में कांग्रेस के एजेंडे की शुरुआती रूपरेखा पेश करते हुए राहुल ने किसानों का कर्ज माफ करने से लेकर उनकी उपज की सीधी खरीद की बात कही.

पार्टी सत्ता में आई, तो हर जिले में रोजगार के लिए विशिष्ट स्किल हब बनाया जाएगा. उन्होंने आइआइएम और आइआइटी स्तर की शिक्षा का ढांचा बनाने का वादा किया.

पैराशूट वालों को टिकट नहीं

कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच दीवार गहरी होने की बात कहते हुए राहुल ने कहा कि बतौर अध्यक्ष इस दीवार को तोड़ना उनका पहला लक्ष्य है.

पैराशूट से आकर टिकट हासिल कर लेना और कार्यकर्ताओं का वंचित रह जाना इस दीवार का हिस्सा है.

तंज कसने में नहीं रहे पीछे

अगले चुनाव में राजग के कामकाज को हथियार बनाने का संकेत देते हुए राहुल ने सरकार की जमकर खिंचाई की. पूरे देश में पूछा जा रहा है कि अच्छे दिन कहां हैं?

राहुल गांधी ने किसानों की खराब हालत, नौकरियों की कमी, युवाओं में बढ़ रही बेरोजगारी और नोटबंदी, जीएसटी से कारोबारियों पर पड़े असर का भी हवाला दिया.

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ध्यान भटकाने के लिए ही सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर इंडिया गेट पर योग करने तक की बातकहते हैं.

नीरव मोदी और ललित मोदी हजारों करोड़ का घोटाला कर भाग जाते हैं. हैरान करने वाली बात है कि वित्त मंत्री चुप हैं, क्योंकि वे और उनकी बेटी पूंजीपतियों के लिए काम करते हैं.

गुजरात में विधानसभा चुनाव के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूट पहनना छोड़ दिया है. अब उनके चेहरे पर इसकी झलक दिखने लगी है कि 2019 की लड़ाई में फंस जाएंगे.

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