जानिए संजय दत्त ने क्यों कहा कि उनकी रगों में दौड़ रहा है मुस्लिम खून

एनटी न्यूज़ डेस्क / मुंबई / अंशुल चौहान

90 का दशक था जब मुंबई में बम धमाके हुये थे. जिसकी वजह से करीब 256 लोगों की जान चली गयी थी और 712 लोग घायल हुये थे. धमाकों में दोषी पाये गए संजय दत्त पुलिस की हिरासत में थे और उनसे पूछताछ चल रही थी तब संजू के पिता सुनील दत्त ये मानने को तैयार नहीं थे कि उनके बेटे संजय दत्त मुंबई में हुये बम धमाकों के दोषी हैं.

यासिर उस्मान की किताब में खुलासा…

संजय दत्त के जीवन पर यासिर उस्मान ने “The crazy untold story of Bollywood’s bad boy Sanjay Datt” नमक किताब लिखी, जिसमें इन सब बातों का जिक्र है.

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…जब पिता से सच्चाई बताने को कहा गया

धमाकों की जांच में जुटे डिप्टी पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया संजय दत्त से कहते हैं कि वो अपने पिता को बताएं कि सच्चाई क्या है? जिसके बाद संजय अपने पिता के सामने राज़ से पर्दा उठाते हैं.

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खुद उठाया सच्चाई से पर्दा

संजय दत्त राज़ से पर्दा उठाते हुए कहते हैं कि धमाकों के समय उन्होंने एक AK-47 राइफल और गोला बारूद छुपाया था जो उनको दाउद के भाई अनीश इब्राहिम ने रखने के लिये दिया था. संजय के मुंह से ये सुनकर सुनील दत्त के पैरों तले जमीन खिसक जाती है. फिर वो संजय से पूछते हैं- क्यों?

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मेरी रगों में दौड़ रहा…

तो संजय कहते हैं कि मेरी रगों में मुस्लिम खून दौड़ रहा है और मैं वो सब नहीं सहन नहीं कर सकता जो शहर में हो रहा है. (ये बम धमाका मुंबई में बाबरी मस्जिद विवाद में मारे गए मुसलमानों का बदला लेने के लिए किया था). ये सब सुनकर सुनील दत्त बहुत दुःखी हो जाते हैं और बिना कुछ बोले वहां से  वापस लौट जाते हैं.

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अब संजू कह रहे हैं कि…

कुछ महीने पूर्व रिलीज हुई यासीर उस्मान द्वारा लिखित किताब पर पहले से ही सवाल खड़े हो रहे हैं. संजय ने बताया कि किताब में दिये गए तथ्य गलत हैं और इसमें दर्ज बातें मन-गढ़ंत हैं. ये मेरी ऑफीशियल बायोग्राफी नहीं है. उन्होंने किताब पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी.

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किताब में मुंबई में हुये बम धमाकों से संबधित विभिन्न बातें दर्ज हैं. ‘धमाकों को अंजाम देने के लिए दाउद और उसके साथियों ने कोड वर्ड का इस्तेमाल किया था’.

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संपादनः योगेश मिश्र

 

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