एनटी न्यूज़//डेस्क//लखनऊ-
इस देश की मिट्टी ने न जाने कितनी महान हस्तियों को जन्म दिया है और इनमे से कुछ लोग ऐसे होते थे जिन्होने लोगो के दिलों मे एक खास जगह बनायी है ऐसी ही थी वो 23 साल की बहादुर, दयालु, खूबसूरत और काम के प्रति समर्पित फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट, उनकी बहादुरी के हिस्से हम सभी ने सुने और नीरजा फिल्म में देखे। 5 सितंबर 1986 में हाइजैक हुई फ्लाइट पैन एएम के 360 यात्रियों और 13 क्र्यू मेंबर्स की जान बचाने के लिए उन्होंने खुद अपनी जान कुर्बान कर दी थी।
जन्मदिन से दो दिन पहले हो ज्ञी थी शहीद-
23वें जन्मदिन के 2 दिन पहले नीरजा मुंबई से अमेरिका की फ्लाइट में अपनी ड्यूटी के लिए गईं लेकिन पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर प्लेन हाइजैक कर लिया गया। 4 प्लेन हाइजैकर्स हथियारों से लैस थे और नीरजा ने जब प्लेन हाइजैक होने की सूचना दी तो पायलट, को-पायलट औऱ फ्लाइट इंजीनियर भाग गया प्लेन में चढ़ने वालों का टारगेट अमेरिका के नागरिक थे। नीरजा ने अपनी सूझ-बूझ से प्लेन के यात्रियों को बचा लिया और आतंकियों से भिड़ गईं। उनकी शहादत पर भारत के साथ-साथ पाकिस्तान में भी दुख छा गया। पाकिस्तान सरकार की तगमा ए इंसानियत से नबाजा गया
दहेज प्रताड़ना से तंग आकार छोड़ा था पति का घर-
21 साल में नीरजा की शादी हो गई थी और वह पति के साथ वेस्टर्न एशिया चली गई थीं। हालांकि पति की प्रताड़ना और दहेज की मांग से तंग आकर वह वापस मुंबई आ गई थीं यहां उन्होंने पैन अमेरिकन एयरवेज में नौकरी कर ली बताया जाता है कि ट्रेनिंग के दौरान नीरजा को ऐंटी-हाइजैकिंग कोर्स में दाखिला लेना पड़ा तो उनकी मां घबरा गईं और उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए कहा। लेकिन नीरजा ने जवाब दिया कि अगर सारी मांएं ऐसा सोचेंगी तो देश के भविष्य का क्या होगा।
नीरजा थीं फेमस मॉडल-
एयर-होस्टेस बनने से पहले नीरजा ने मॉडलिंग भी की। वह बेंजर सारीज, बिनाका टूथपेस्ट, गोदरेज बेस्ट डिटरजेंट, वैपरेक्स और विको टरमरिक क्रीम जैसे उत्पादों की मॉडल रह चुकी हैं। और वर्ष 2016 मे आयी फिल्म नीरजा मे इनकी बहदुरी को बखूबी निभाया है ।
हीरोइन ऑफ हाइजेक –
नीरजा को भारत सरकार ने इस अदभूत वीरता और साहस के लिए मरणोंपरांत अशोक चरक से सम्मानित किया गया जो भारत का सर्वोच्च शांतीकालीन वीरता पुरुस्कार है अपनी वीरगती के समय नीरजा भानोट मात्र 23 साल की थी इस प्रकार वो ये पुरुस्कार प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र वाली महिला बन गयी इसके अलावा पाकिस्तान सरकार की तरफ से इन्हे तगमा ए इंसानियत से नबाजा गया अंतररास्त्रीय स्तर पर इनका नाम हीरोइन ऑफ हाइजेक के तौर पर मशहूर है अमेरिका ने वर्ष 2005 मे उन्हे जस्टिस फॉर क्राइम अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
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