इलाहाबाद के मुस्लिम व्यवसायी ने हिन्दू मंदिरों के लिए दिया करोड़ों का दान

एनटी डेस्क न्यूज़/इलाहाबाद/श्रवण शर्मा 

जहां देश में राजनीति की वजह से समाज जात और धर्म के बीच बंटता नजर आ रहा है, वहीं यूपी के एक मुस्लिम व्यवसायी ने सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। राशीद नसीम ने यूपी और बिहार में 51 मंदिरों के निर्माण के लिए जमीन के साथ-साथ रुपये मुहैया कराने की भी घोषणा की है। इतना ही नहीं कुछ मंदिरों का उद्घाटन हिन्दुओं के लिए पवित्र सावन महीने में होने जा रहा है।

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राशिद नसीम का कहना है कि मंदिरों के निर्माण के पीछे की सोच सिर्फ समाज में सांप्रदायिक विश्वास को बनाए रखना है। उनका कहना है कि ‘मेरे मुस्लिम होने का यह मतलब नहीं कि मैं दूसरे धर्मों की बेहतरी के लिए काम नहीं कर सकता।  मुझे लगता है कि यह समाज में सद्भावना और भाईचारे को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है। मंदिर निर्माण के इस कदम से अवध की गंगा-जमुनी तहजीब को फिर से स्थापित करने में मदद मिलेगी। इस साल के अंत तक हमारा टारगेट (लक्ष्य) 21 मंदिरों को बनाने का है. 2019 खत्म होने तक हम उत्तर प्रदेश और बिहार में अलग-अलग जगहों पर कुल 51 मंदिर बनाएंगे’।

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राशिद नसीम

इलाहाबाद से ताल्लुक रखने वाले राशिद ने वर्ष 2013 में बिल्डर के रूप में शुरुआत की थी। अपने काम में उन्हें कामयाबी मिलती गई. आज उनके ट्रैवल-टूरिज्म, वॉटर प्यूरिफायर समेत कई बिजनेस हैं। शाइन ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के डायरेक्टर राशिद नसीम ने समाज में धार्मिक सद्भावना को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है। राशिद के मुताबिक, उनके इस प्रयास से `अवध की गंगा-जमुनी तहजीब` को बचाए रखा जा सकता है।

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पीएम मोदी का फैन

हुए राशिद ने कहा कि, एक मुस्लिम होने के नाते मुझे दूसरे धर्म के लिए बेहतर काम करने से कोई नहीं रोक सकता। मेरा ये मानना है कि यह कदम सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ाने के साथ-साथ भाईचारे और समाज में शांति का भी संदेश देगा।” राशिद पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से भी बहुत प्रभावित है।

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इलाहाबाद के वाराणसी मार्ग पर एक मंदिर बन चुका है
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