रोहित रमवापुरी-लखनऊ/दिल्ली
हम सब ने हॉलीवुड कि बहुचर्चित फिल्म पाइरेट्स ऑफ़ द कैरिबियन ( Pirates of the Caribbean) देखी होगी । जिसमे प्रसिद्ध अमेरिकी अभिनेता जॉनी डेप ने अभिनय किया था। समुद्री डाकुओ पर केंद्रित यह फ़िल्म, अपने समय की सुपरहिट और खूब कमाई वाली साबित हुई।यह रही रील लाइफ की बात। लेकिन रियल लाइफ में भी इस तरह की घटनाएं घटती हैं। अब हम आपको असल ज़िंदगी में होने वाले समुंद्री दस्युओं की असली कहानी से रूबरू करवाते हैं । समुंदर में काम करना महज़ एक पेशा नहीं बल्कि एक जज्बा है , जिसमे नाविक अपनी जान हथेली पर लेकर अपने देश, समाज और अपने परिवार के लिए काम करता है। इसके बदले उसे पारिश्रमिक जरूर मिलता है लेकिन ,जान जाने का डर,अपहरण होने का खतरा और महीनों जंगलों में कैदी की तरह निर्वासित जीवन भी बिताना पड़ता है । जी हां, ये आज की कड़वी हकीकत है। जिसे आप मर्चेंट नेवी के नाम से जानते है , उस मर्चेंट नेवी में आज नौकरी आसान नहीं। हमारा मकसद आपको डराना नहीं बल्कि सचेत करना है। हम बात कर रहे है , आए दिन होने वाले अपहरण और कभी- कभी जान से हाथ धोने वाली घटनाक्रम का जो आज gulf of Guinea के क्षेत्र में हो रही हैं।
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यह विश्व का एक ऐसा इलाका है, जिसे अब समुद्री डाकुओं का सबसे मुफीद जगह माना जाता है। वेस्ट अफ्रीका का ये इलाका लगभग 6000 मील में फैला हुआ है। इसमें कई देश आते हैं। ये इलाका अब समुद्री डाकुओं के मामले में गिनीया की खाड़ी के नाम से जगजाहिर है। इस खाड़ी से बड़ी संख्या में जहाज गुजरते हैं और वो इन पायरेट्स के शिकार होते हैं। ऐसी घटनाएं अब लगातार बढ़ती जा रही हैं। लूट और अपहरण करके मन मानी फिरौती मांगकर समुद्री डाकू अरबों रुपए कमाते हैं। और कोई भी नियम कानून इस घटना पर अंकुश नही लगा पाया। इससे शिपिंग कंपनियां भी परेशान हैं। अगर हम कुछ साल पहले की बात करें तो दुनिया में सोमालिया के समुद्री डाकुओं का कहर था। वो ईडन की खाड़ी की ओर से गुजरने वाले जहाजों को अपना निशाना बनाते थे। जहाजों के साथ उनके क्रू मेंबर को सोमालिया के करीब ऐसे इलाकों पर ले जाते थे, जहां कहीं का कोई नियम- कानून लागू नहीं होता था। फिर वो मोटी फिरौती वसूल करते थे।
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यह देश आते हैं गिनी में
Gulf of Guinea के Samundri Kshetra vistaar ( समुंद्री क्षेत्र विस्तार ) में नाइजीरिया , घाना , टोगो , बेनिन , लाइबेरिया , इक्विट्रियल गिने आदी कई देश आते है । आज इन देशों में सबसे प्रमुख समुंद्री दस्युओं का आतंक नाइजीरिया के समुंद्री क्षेत्र में देखने को मिल रहा है ।
इसी साल हुईं सैकडों घटनाएं
साल 2020में हुईं घटनाओं पर नजर डालें तो
1) 134 वारदातों का होना जिनमें धमकी , अपहरण की कोशिश , नाविकों को क्षति , जहाजों पर हमला आदी शामिल है ।
2) इनमें 85 नाविकों का अपहरण
3) इनमें 31नाविकों को उनके ही जहाजों पर बंधक बनाना
4) 112 जहाजों पर समुंद्री दस्युओं का आना
5) 6 जहाजों पर हमला ,
6)12 जहाजों पर असफल हमला
6) 2 छोटी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को कब्जे में लेना।
ये उपरोक्त घटना सिर्फ जनवरी 2020 से सितंबर 2020 तक की हैं। इन घटनाओं से अंदाजा लगा सकते हैं कैसे संगीन माहौल में हमारे नाविक बंधु काम करते हैं । नाइजीरियाई समुंद्री दस्युओं का आतंक सागर सीमा में तट से 200 नॉटिकल मील ( सामान्य ) भीतर तक होता है ।
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क्या है नॉटिकल मील (Nautical mile)
नॉटिकल मील या समुद्री मील लम्बाई की इकाई है। यह अक्षांश रेखा के एक मिनट के बराबर है। यह गैर-SI इकाई है, जो खासकर नौसंचालकों द्वारा नौसंचालन और वैमानिकी में प्रयोग की जाती है।
इन दस्युओं द्वारा एक बार 18 सदस्यीय नाविक दल जो जहाज़ के चालक दल के सदस्य थे , उनका अपहरण हुआ। इन सब में भुक्तभोगी नाविक ऐसे भी थे जो कई बड़ी शिपिंग कंपनी में काम करते थे। ऐसे में समझ सकते हैं दस्युओं के लिए कंपनी का कोई मतलब नहीं। मुख्यता नाविकों का अपहरण फिरौती के लिए होता है , जो कीमत अदा की जाती है वो कई कई करोड़ों में भी होती है।
कई कई बार नाविकों को को रिहा करने में महीनों का समय लगता है और इन सब में नाविकों को एक गिरोह से दूसरे गिरोह तक खरीद बिक्री करके उन्हे जंगलों में रखा जाता है और अमानवीय यातनाएं दी जाती हैं। जिनमे पानी में पेट्रोल मिलाकर पिलाना , शारीरिक यातना देना , काल कोठरी में बंद करना आदि।
विश्वत सूत्रों की मानें तो अभी हाल में ही नवंबर 2020 से 9 दिसंबर 2020 तक करीब 7 से ज्यादा हमले हुए है , जिनमें कई जहाजों पर गोलीबारी , जहाज़ पर कब्जा करना , नाविकों को बंधक बनाना भी शामिल है ।
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यहां हम एक वीडियो साझा कर रहे है जो 3 दिसंबर 2020 का है जिसमे एक जहाज़ पर नाइजीरियाई समुंद्री दस्युओं द्वारा हमला होना था पर उस जहाज़ पर सुरक्षा बल तैनात थे और ये सुरक्षा बल नाइजीरियाई सेना के ही थे, उन्होंने अपनी सूझ-बूझ से इस हमले को असफल कर दिया। दो छोटे-छोटे तेज़ रफ़्तार वाली नौकाओं में सवार लगभग एक दर्जन से अधिक समुंद्री दस्युओं द्वारा हमला किया गया था ।
देखे ये वीडियो-सूत्र बताते हैं , ये घटना करीब 1035 UTC ( भारतीय समयानुसार शाम 4 बजकर 5 मिनट पर ) लगभग 40 समुंद्री मील SSW Agbami ऑयल फील्ड से या 100 समुंद्री मील Agbami ऑयल फील्ड से SSW पर हुआ ।
समाचार लिखे जाने तक उक्त जहाज़ सुरक्षित है तथा इसके सारे नाविक बंधु भी सुरक्षित हैं । ये जहाज़ एक प्रतिष्ठित रेफ्रिजरेटेड जहाज़ है जिसमे मुख्यता खाने पीने का सामान फल वगैरह को भारी मात्रा में यातायात किया जाता है । जहाज़ का नाम MV COOL GIRL है ,जिसका IMO NUMBER 9194921 है।
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