मथुरा–पुलिस ने पॉश कॉलोनी ओमेक्स सिटी वृंदावन के फ्लैट में दिनदहाड़े वृद्ध महिला को बंधक बनाकर की गई लूट का खुलासा किया है,धूम फिल्म की तीनों सीरीज देखने के बाद लुटेरों ने लूट की कहानी को रचा था। घटना वृंदावन कोतवाली इलाके के पॉश कॉलोनी ओमेक्स सिटी की है, 2 जनवरी को वृद्ध सुनीता चावला दोपहर करीब 1:45 पर अपने घर पर अकेली थी। पति किसी काम से बैंक गए हुए थे। तभी दो बदमाशों ने दरवाजा खटखटाया और घर में अमित होने की आवाज लगाई। जैसे ही दरवाजा खुला घर में घुसकर महिला को तमंचे की बट से घायल कर दिया और बंधक बनाकर घर से लाखों रुपए के जेवरात और नकदी लूटकर फरार हो गए। पॉश कॉलोनी में दिनदहाड़े हुई लूट की घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग और बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे थे ।
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SSP डॉ गौरव ग्रोवर ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद घटना के खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया।
आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए,CCTV फुटेज में केटीएम बाइक पर दो युवक जाते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। खुफिया तंत्र और आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद इन लुटेरों के बारे में पुलिस को सुराग लगा। लुटेरे लूट की घटना को अंजाम देकर तो फरार हो गए थे। लेकिन लूटा हुआ माल उसी इलाके में छुपा कर चले गए थे। जब लूटा हुआ माल लेने के लिए शातिर बदमाश वृन्दावन पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें माल के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया, लाखों रुपए की ज्वेलरी,राधा-कृष्ण शिव-पार्वती,राम दरबार, और गणेश लक्ष्मी की चांदी की बेशकीमती मूर्तियां,जरूरी कागजात,असलाह और लूट की घटना में प्रयुक्त की गई केटीएम बाइक पुलिस ने लुटेरों के कब्जे से बरामद की। पूछताछ में शातिर लुटेरों ने बताया कि उन्हें महंगे शौक करने की आदत है, और अपने शौक पूरे करने के लिए उन्होंने मां के गहने गिरवी रखवा कर केटीएम बाइक खरीदी थी।
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इस घटना को अंजाम देने से पहले उन्होंने धूम फिल्म की तीनों सीरीज को देखा था। जिसके बाद उन्हें पैसे कमाने का आसान तरीका समझ आ गया। शातिर लुटेरे धर्मेंद्र मिश्रा और लोकेंद्र मिश्रा दोनों सगे भाई हैं जो मूल रूप से भितरवार ग्वालियर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। लेकिन वह हाल में झांसी में रह रहे हैं। 3 साल पूर्व में वह अपनी मां के साथ वृंदावन में रहे थे।लुटेरों की मां ने झाड़ू पोछा का कार्य कर इन्हें वृंदावन के अच्छे विद्यालयों में शिक्षा दिलाई थी। दोनो लुटेरे यहां की गली और रहन-सहन से पूरी तरह वाकिफ थे। शातिर लुटेरे धर्मेंद्र मिश्रा,और लोकेंद्र मिश्रा अपनी मां से वृन्दावन दर्शन करने की कह कर अपनी केटीएम बाइक से ही आए थे, श्री कृष्ण जन्मभूमि के पास 400 रु के किराए में एक कमरा लिया था।जिसके बाद वह वृंदावन चले गए।
1 दिन पहले इन्होंने ओमेक्स सिटी के कई फ्लैटों में फ्लैट देखने के बहाने रेकी की थी। रेकी करने के बाद लुटेरों ने वृद्ध महिला के घर को चुना और दूसरे दिन लूट की घटना को अंजाम दे डाला। लूट करते वक्त शातिर लुटेरों ने बाइक की नंबर प्लेट पर भी सफेद चिट चिपका दी थी। जिससे किसी को बाइक के नंबरों का पता ना चले। शातिर लुटेरों ने झांसी से आकर वृंदावन में लूट की घटना को अंजाम दिया था। अगर लूटा हुआ माल लेने के लिए वह वापस नहीं आते या उसी दिन व लूटा हुआ माल लेकर झांसी निकल जाते तो इस लूट का खुलासा करना बड़ा मुश्किल था।
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घटना का खुलासा करने के बाद एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं, कि वह ऐसी कॉलोनियों में बिना वेरिफिकेशन के जो लोग किराएदार रखते हैं, और सिक्योरिटी लैस कॉलोनियों में अगर लूट होती है तो सिक्योरिटी कंपनी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी,साथ में फ्लैट मालिकों के विरुद्ध भी कठोर कदम उठाया जाएगा। एसएसपी ने संदेश जारी कर कहा है कि बिना पुलिस वेरीफिकेशन के कोई भी किसी भी किराएदार को अपने यहां पर फ्लैट या कमरा ना दे। वृंदावन में भजन पूजा पाठ के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग जहां पर रहते हैं।
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