नाविकों को अवैध रूप से जहाज पर भेज रही कंपनी का लाइसेंस सस्पेंड !

विशाखापत्तनम : मर्चेंट नेवी में चल रहा गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। चाहे जहाज पर नाविकों को भेजने के नाम पर एजेंटो द्वारा उगाही हो या प्रताड़ना। हाल ही में सूत्रों के माध्यम से एक जानकारी मिली जिसको न्यूज़ टैंक्स ने प्रमुखता से उठाया था, जिसका बड़ा असर देखने को मिला, जानकारी के मुताबिक पोर्ट से कुछ नाविकों को अवैध रूप से जहाज पर भेजा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक वह कंपनी उनीग्रो शिपिंग (UNIGRO SHIPPING , RPSL MUM 485 ) के नाम से रजिस्टर्ड थी। इसी के माध्यम से कुछ लड़के जहाज पर जा रहे थे। जानकारी होने पर तत्काल विशाखापत्तनम बंदरगाह में कार्यरत मुख्य सतर्कता विभाग से संपर्क किया गया और यह सूचना दी गई। और बताया गया कि पायनियर एलीट (PIONEER ELITE , IMO NUMBER 9267857) पर अभी- अभी नौकरी करने गए तीन नाविकों के कागजात संदिग्ध हैं।

डीजी शिपिंग ने लिया एक्शन

DG Shipping: Amitabh Kumar

बता दें कि, उक्त शिपिंग कंपनी ने बिना किसी वैध अनुबंध ( जहाज मालिक के कंपनी के साथ ) के ही इन नाविकों को जहाज पर नौकरी करने के लिए भेजा जा रहा था । शिपिंग में जानकारी रखने वालों की मानें तो यह RPSL RULES 2016 का उल्लघंन है। इस बात की जानकारी डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग अमिताभ कुमार के अलावा मुख्य सतर्कता अधिकारी को दी गई।

श्री कुमार ने मामले की गंभीरता समझते हुए और तथ्यों की वैधता जांचने के उपरांत तत्काल करवाई करते हुए उक्त शिपिंग कंपनी का RPSL लाईसेंस तत्काल प्रभाव से अवैध कर दिया और कंपनी को निलंबित किया तथा कंपनी के खिलाफ विभागीय करवाई भी हो रही है। डीजी शिपिंग और सतर्कता विभाग की संवेदनशीलता के चलते उन नाविकों को तत्काल हिरासत में भी ले लिया गया। वहीं, सूत्रों की मानें तो यह शिपिंग कंपनी खासकर ऐसे ही फर्जीवाड़े करने के लिए कुख्यात रहा है । साथ साथ ये फर्जी समुद्री अनुभव प्रमाण पत्र भी निर्गत करता रहा है। उल्लेखनीय है की ऐसे फर्जीवाड़े सिर्फ ये एक कंपनी नहीं बल्कि ऐसे कई शिपिंग कंपनीज है जहां ये सब गोरख धंधा चल रहा है ।

 

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