न्यूज टैंक्स/ सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए पुरी में रथयात्रा की परमिशन दे दी। फैसले के बाद अब कल भगवान जगन्नाथ मंदिर से बाहर आकर रथ पर सवार होंगे। बता दें कि इस यात्रा में सिर्फ़ पुजारी और पुलिसवाले शामिल होंगे। यात्रा में पब्लिक के शामिल होने पर रोक लगाई गयी हैं। यह रथयात्रा 23 जून को होगी। पुरी की ये रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है। इसे देखने और इसमें हिस्सा लेने के लिए देशभर से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से लाखों श्रद्धालु यहां पर पहुंचते हैं।
इस यात्रा के दौरान लकड़ी के बने विशाल रथों को श्रद्धालु अपने हाथों से खींचते हैं। इस यात्रा में शामिल तीन अलग-अलग विशाल रथों में श्री कृष्ण, बलराम और उनकी बहन सुभद्रा विराजमान होती है। जगन्नाथ मंदिर को देश के चार धाम में से एक धाम माना गया है। इस पूरी यात्रा के दौरान भगवान बालभद्र का रथ सबसे आगे फिर उनकी बहन सुभद्रा और अंत में भगवान जगन्नाथ का रथ होता है।
इस यात्रा के दौरान बनाए गए भगवान जगन्नाथ के लकड़ी के विशाल रथ में 16 पहिए होते हैं। वहीं उनके भाई बलराम के रथ में 14 व बहन सुभद्रा के रथ में 12 पहिए लगे होते हैं। इस यात्रा का वर्णन विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में मिलता है।
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